नई दिल्ली। होली से पहले आतंकी हमले की साजिश नाकाम की दिल्ली पुलिस की घोषणा अभी चंद घंटे भी नहीं हुई कि गिरफ्तार आतंकी को लेकर कई सवाल उठने लगे हैं। आतंकवादी हमलों की साजिश के आरोप में दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार सैयद लियाकत शाह को लेकर यह सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या वह कश्मीर पुलिस के समक्ष समर्पण के लिए जा रहा था? दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) एसएन श्रीवास्तव ने लियाकत की गिरफ्तारी का ऐलान किया था। इस ऐलान के बाद से ही जम्मू कश्मीर के अधिकारी परेशान हो गए हैं। सूत्रों के मुताबिक दरअसल वहां के सेना के अधिकारियों समेत जम्मू कश्मीर के अधिकारियों को लियाकत के बारे में जानकारी थी। दिल्ली पुलिस के अनुसार, लियाकत हिजबुल मुजाहिदीन का सदस्य है। जम्मू कश्मीर और केंद्रीय गृहमंत्रालय के बीच सहमति है कि कोई पाक अधिकृत कश्मीर से नेपाल होते हुए लौटना चाहता है तो उसे गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। इस तरह अब तक कई युवक कश्मीर आ चुके हैं और उनके आने से सेना को पाक अधिकृत कश्मीर में चल रहे आतंकी शिविरों की जानकारी मिलती रहती है। इसी के तहत लियाकत के परिवार ने राज्य में अधिकारियों से संपर्क किया और उसकी वापसी सुनिश्चित करने का आग्रह किया। परिवार को इसका भरोसा भी दिया गया था। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि लियाकत की गिरफ्तारी उन युवकों को रोक सकती है जो हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्य धारा से जुड़ना चाहते हैं। सूत्रों ने कहा कि लियाकत से विस्तृत पूछताछ की गई। उसे उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में अरशद मीर और परिवार के आठ अन्य सदस्यों के साथ पकड़ा गया।