इलाज के लिए दिल्ली आई महिला से गैंगरेप

women-gangraped-in-delhiनई दिल्ली। दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ अपराध रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। खबर है कि चांदनी चौक इलाके में शनिवार को एक महिला के साथ गैंगरेप हुआ। हैरानी की बात यह है कि अपराधियों ने कोतवाली थाने से कुछ दूरी पर ही घटना को अंजाम दिया। जानकारी के अनुसार, मेरठ निवासी 37 वर्षीय पीड़िता एम्स में इलाज के लिए दिल्ली आई थी। कल किसी काम से वह चांदनी चौक इलाके में गई थी, जहां उसके साथ कुछ युवकों ने गैंगरेप किया और उससे 10 हजार रुपये भी लूट लिए। पुलिस ने फिलहाल महिला को मेडिकल जांच के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है।

दिल्ली में सातवीं की छात्रा से रेप

विवेक विहार इलाके में 13 वर्षीय छात्रा का अपहरण कर रेप करने का मामला प्रकाश में आया है। परिजनों का कहना है कि मामले में शुरू से ही पुलिस ने लापरवाही बरती। एक तो मामला दर्ज करने में पुलिस ने हीलाहवाली की उसके बाद जब दोनों आरोपी पकड़े गए तो एक आरोपी पुलिस की गिरफ्त से फरार हो गया। पूरे मामले को लेकर परिजनों ने शक्रवार को थाने का घेराव भी किया।

पुलिस के मुताबिक 13 वर्षीय छात्रा अपने परिजनों के साथ विवेक विहार इलाके केज् च्वाला नगर में रहती है। वह सरकारी स्कूल में सातवीं कक्षा में पढ़ती है। गत मंगलवार को शाम करीब सात बजे छात्रा किसी काम से घर के गेट पर आई। तभी सामने के मकान में रहने वाले सुशील नामक युवक ने उसे कहा कि तुम्हारी बहन बुला रही है।

छात्रा की बड़ी बहन की जेठानी सुशील के घर में ही किराए पर रहती है। जिसे छात्रा दीदी कहती है। छात्रा घर में बिना किसी को कुछ बताए दीदी से मिलने के लिए आगे बढ़ी लेकिन मकान के अंदर दाखिल होते ही सुशील ने छात्रा के मुंह को तौलिया से बंद कर कमरे के अंदर खींच लिया और अपने भाई मनोज की मदद से उसके हाथ पैर व मुंह बांध कर तख्त के नीचे डाल कर घर से बाहर आ गया। थोड़ी ही देर में परिजन छात्रा को ढूंढने लगे। लेकिन उसका कुछ भी पता नहीं चला। जब परिजन छात्रा को ढूंढ रहे थे तो सुशील ने उन्हें सलाह भी दी कि लड़की का मामला हज् ज्यादा शोर मत मचाओ। काफी तलाशी के बाद परिजन रात 10 बजे थाने पहुंचे लेकिन पुलिस उन्हें टरकाती रही। परिजन तड़के तीन बजे तक थाने में ही बैठे रहे लेकिन मामला दर्ज नहीं हुआ।

इसी बीच करीब तीन बजे परिजनों को पता चला कि छात्रा घर लौट आई है। छात्रा को थाने लाया गया। तब उसने बताया कि सुशील ने उसके साथ दुष्कर्म किया और मनोज ने अपहरण और उसे बंधक बनाने में उसकी मदद की है। पुलिस ने सुशील (24) और उसके छोटे भाई मनोज (22) को पकड़ लिया। लेकिन जब परिजन अगले दिन थाने पहुंचे तो पता चला कि मनोज हिरासत से भाग गया है। इस मामले को लेकर परिजनों ने शुक्रवार को थाने पर प्रदर्शन भी किया। वहीं पुलिस ने परिजनों के आरोप को निराधार बताया है। पुलिस का कहना है कि दुष्कर्म का मामला दर्ज कर सुशील को गिरफ्तार कर लिया गया है और मनोज की तलाश की जा रही है।

देवर ने किया दुष्कर्म, गिरफ्तार

संगम विहार में एक महिला को उसी के ममेरे देवर ने हवस का शिकार बनाया। पति ने पुलिस में मामला दर्ज कराना चाहा तो रिश्तेदारों ने दबाव बनाना शुरू कर दिया। दबाव को दरकिनार करते हुए पीड़ित ने शुक्रवार को संगम विहार थाने में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कराया। मेडिकल में दुष्कर्म की पुष्टि के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपी की पहचान अर्जुन 22 के रूप में हुई है।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि 19 वर्षीय महिला अपने पति के साथ संगम विहार में रहती है। मूलरूप से यूपी की रहने वाली महिला की शादी एक साल पहले हुई थी। करीब तीन महीने पहले ही दंपति दिल्ली आया है। मंगलवार को ममेरे देवर ने घर में अकेला देख विवाहिता के साथ दुष्कर्म किया। विवाहिता ने विरोध किया तो आरोपी ने उसके साथ मारपीट भी की और फरार हो गया। शाम को जब पति घर आया तो युवती ने सारी बात उसे बताई।

error: Content is protected !!