रांची। ‘संसार में सबसे खतरनाक है इंडियन ब्यूरोक्रेसी (भारतीय नौकरशाही)।’ केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री की यह बात बहुत कुछ बयां भी कर रही थीं। बात सिर्फ यहीं तक नहीं, झारखंड के राज्यपाल डॉ. सैयद अहमद ने भी कहा, ‘स्कीम है, लेकिन कुछ लोगों तक सीमित।’ गुरुवार को रांची में कश्यप मेमोरियल हॉस्पिटल में गरीब मरीजों के बीच चश्मा वितरण का कार्यक्रम था। ये मरीज झारखंड के नक्सल प्रभावित इलाके सारंडा के थे, जहां डॉ. भारती कश्यप की टीम ने रेडक्रास के सहयोग से हाईटेक इलाज किया था। मौके पर जयराम ने अपने संबोधन में कहा, ‘संसार में सबसे खतरनाक है इंडियन ब्यूरोक्रेसी। पर, बाधाएं इन्हें (डॉ. भारती) नहीं रोक सकतीं, यू तूफान हैं।’
इसी मौके पर राज्यपाल ने कहा कि केंद्र से भेजे जाने वाले एक रुपया में गरीबों तक महज पंद्रह पैसे पहुंचते हैं। बाकी 85 पैसा भी लोगों तक पहुंचे, इसके लिए अपनी आंखें खोलकर रखने की जरूरत है। सरकार के पास स्कीम को काफी है, लेकिन वह कुछ लोगों तक ही सीमित है। वहीं, चतरा जिले के एक कार्यक्रम में जयराम ने कहा कि माओवादियों की विचारधारा मात्र लेवी से धन संग्रह करना है। जन कल्याणकारी योजनाओं से उनका काई सरोकार नहीं है।