लखनऊ। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने अपनी ही उत्तर प्रदेश सरकार पर शनिवार को करारा हमला किया। उन्होंने कहा, सरकार बनने पर पार्टी के नेता मौज कर रहे हैं जबकि थाने और तहसील कार्यालय भ्रष्टाचार के अड्डे बन गए हैं। मंत्रियों की ओर मुखातिब होकर बोले, जनता का हित देखिए अपने लिए जमीनें नहीं। एक मंत्री की ओर तो इशारा करके ही कह दिया, ‘आपके विभाग की काफी शिकायतें मिल रही हैं। चार-पांच महीने का समय दे रहा हूं, जरूरी हुआ तो कार्रवाई करूंगा।’ डॉ. राम मनोहर लोहिया की 103 वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में मंत्रियों और सरकारी मशीनरी के भ्रष्टाचार में लिप्त होने की शिकायतों से नाराज मुलायम ने मुख्यमंत्री बेटे अखिलेश को दो टूक लहजे में चापलूस अफसरों से बचने और सीधापन छोड़कर कड़ाई से शासन चलाने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि सरकार के कुछ मंत्री और पार्टी के नेता स्वार्थपूर्ति में लिप्त हैं। दिल्ली में लालकृष्ण आडवाणी ने उनसे कहा है, अभी अखिलेश की छवि बन गई तो ठीक वर्ना सपा सरकार फिर कभी नहीं बनेगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में आडवाणी जी ने अपनी सीट पर बुलाकर कहा कि उत्तर प्रदेश में बहुत भ्रष्टाचार है।
अखिलेश सरकार की कार्यशैली से खिन्न मुलायम ने कहा कि कुछ मंत्रियों के व्यवहार से वह ऊब गए हैं। जिन्होंने कभी पार्टी के लिए संघर्ष नहीं किया आज सरकार बनने पर मौज कर रहे हैं। ऐसे लोगों के बारे में उन्हें कार्यकर्ताओं और अफसरों से पक्की रिपोर्ट मिल रही है। कानून व्यवस्था के लिए डीएम और एसएसपी को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा कि जहां भी अपराध के आंकड़े ज्यादा हों, इन दो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
सपा मुखिया ने कार्यक्रम में महिलाओं को पीछे बैठाकर खुद आगे बैठने वाले पार्टी नेताओं की भी खिंचाई की। कहा कि हिंदुस्तान ही नहीं, पूरी दुनिया में महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं। यह महिलाएं ही हैं जो लाठीचार्ज के दौरान अखिलेश की ढाल बनी थीं। जब तक महिलाओं को राजनीति से नहीं जोड़ा जाएगा परिवर्तन नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि हम सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में प्रतिभाशाली महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाएंगे।