नई दिल्ली। सपा सुप्रीमो मुलायम ंिसंह यादव ने लालकृष्ण आडवाणी की तारीफ की तो सपा के वरिष्ठ नेता प्रो. रामगोपाल यादव ने भी तारीफ में कसीदे पढ़ें। लेकिन सपा के ही वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री आजम खां के विचार तो आडवाणी के लिए कुछ और ही हैं। सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और उनके बाद प्रोफेसर रामगोपाल यादव द्वारा भाजपा के शीर्ष नेता लालकृष्ण आडवाणी की तारीफ के बाद यूपी में सपा सरकार के कैबिनेट मंत्री आजम खान ने आडवाणी को छह दिसंबर 1992 की घटना के लिए मुजरिम करार दे डाला और सलाह दी कि ऐसे व्यक्ति को संवैधानिक पद पर नहीं होना चाहिए। साथ ही मीडिया से बातचीत में उन्होने बसपा पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रतिमाएं और मूर्तियां तानाशाहों की लगती हैं।