अमृतसर। देश की राजनीति की दिशा ‘जन संसद’ तय करेगी। ‘जन संसद’ लोकसभा व राज्यसभा से बड़ी है। जनतंत्र मोर्चा जनतंत्र यात्रा के माध्यम से देश को डेढ़ वर्ष तक आजादी के अर्थ समझाएगा। रविवार से जलियांवाला बाग से शुरू की जाने वाली जनतंत्र यात्रा के पांच महीने के बाद दिल्ली के रामलीला मैदान में देशभर के लाखों लोगों की ‘जन संसद’ आमंत्रित की जाएगी। इसमें जनता आगामी संसद की दशा व दिशा तय करने के लिए जो भी सुझाव देगी उस पर जनतंत्र मोर्चा पहरा देगा। यह कहना है सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे का।
शनिवार को अमृतसर में अन्ना ने कहा कि वर्तमान संसद में 163 सांसद दागी हैं। 15 मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। विधायक व सांसद जनता के सेवक हैं मालिक नहीं, इसलिए अब बदलाव लाना जरूरी है। देश को जनतंत्र यात्रा के माध्यम से बदलेंगे। पांच माह बाद दिल्ली में होने वाली जनसंसद में भी समाज के अच्छे लोगों को चुनाव लड़ने के लिए प्रेरणा दी जाएगी।
अन्ना ने कहा कि यदि 40 प्रतिशत साफ छवि के सांसद चुनकर भेजे जाएं तो देश की राजनीतिक तस्वीर बदल जाएगी। जनतंत्र यात्रा के माध्यम से देश की जनता को राजनीतिक पार्टियों के इस षडयंत्र के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि दो साल बीत जाने पर भी लोकपाल कानून नहीं बनाया गया, जोकि संविधान व जनता के साथ धोखा है। जन लोकपाल में राइट टू रिजेक्ट को शामिल करने तक संघर्ष जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि सत्ता का केंद्र जब तक ग्राम सेवक सभाओं को नहीं बनाया जाता तब तक लोकतंत्र के अर्थ बेमानी है। अन्ना ने दोहराया कि वह न तो कोई राजनीतिक पार्टी बनाएंगे और न ही किसी व्यक्ति से चंदा लेंगे। वह रविवार को जलियांवाला बाग में नतमस्तक होकर पूरे देश की यात्रा पर निकलेंगे।