जालंधर। यदि आपका बच्चा हमेशा सुस्त सा रहता है। पढ़ाई में मन नहीं लगता। आलस्य महसूस करता है। थोड़ा सा दौड़ने पर भी हांफने लगता है तो इसे हल्के में न लें। ये कोई सीजनल बीमारी नहीं है बल्कि आपका बच्चा अनीमिया का शिकार है। लंबे समय से आयरन की कमी से होने वाली इस बीमारी से बच्चे में खून की कमी हो जाती है। देश के 55 फीसद किशोर अनीमिया की चपेट में है।
यह खुलासा नेशनल फेमिली हेल्थ सर्वे-3 (एनएफएचएस) में हुआ है। सर्वे के मुताबिक 55 फीसदी से भी अधिक किशोरों में खून की कमी दर्ज की गई है। सर्वे में 15-19 साल आयु वर्ग की 56 फीसदी किशोरियां व 30 फीसदी किशोर अनीमिक है। इनमें 39 फीसदी कम,15 फीसदी मध्यम तथा 2 फीसदी से अधिक किशोरियां गंभीर रूप से खून की कमी से जूझ रही है। एनएफएचएस-2 में यह दर 41,18,2 फीसद थी। पंजाब सरकार भी अनीमिया को लेकर चिंतित है। सेहत विभाग पंजाब के डायरेक्टर परिवार कल्याण डा. कर्णजीत सिंह की मानें तो खून की कमी से जूझ रहे किशोर कमजोर हो रहे हैं।
यही नहीं खून की कमी से जच्चा-बच्चा मृत्यु दर में इजाफे का भी बड़ा कारण है। इस बीमारी से बचाव के लिए सेहत विभाग की तरफ से समाजिक सुरक्षा विभाग के साथ संयुक्त रूप से चलाए जाने वाले प्रोजेक्ट वीकली आयरन एवं फोलिक एसिड सप्लीमेंट (विफस) को पंजाब में पहली अप्रैल से शुरू किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट से राच्य में करीब 43 लाख किशोरों को हर सप्ताह बुधवार को आयरन 100 मिलीग्राम व 500 माइक्रोग्राम फोलिक एसिड की गोलियां दी जाएंगी। ये गोलियां 52 सप्ताह तक दी जाएगी। इस प्रोजेक्ट के तहत सरकारी , सरकारी मान्यता प्राप्त व निगम स्कूलों व आंगनबाड़ी सेंटरों में पढ़ने वाले 10-19 साल तक के किशोर व किशोरियों को गोलियां दी जाएगी।
इसके अलावा हर साल फरवरी व अगस्त में पेट में कीड़े खत्म करने वाली एल्बेंडाजोल 400 मिलीग्राम की गोली दी जाएगी। जागरूकता पैदा करने के लिए बच्चों को इस स्कीम का लाभ देने वाले स्कूल के टीचर व समाजिक सुरक्षा विभाग के मुलाजिम भी इसका बराबर सेवन करेंगे। बच्चों की स्क्रीनिंग भी की जाएगी और दवाई से समस्या होने पर उसका सरकारी डाक्टर से इलाज करवाया जाएगा।
समाजिक सुरक्षा तथा महिला एवं बाल विकास विभाग पंजाब के डायरेक्टर गुरकीरत पाल सिंह ने कहा कि किशोरों को अनीमिया से मुक्ति दिलाने के लिए विफस प्रोजेक्ट पहली अप्रैल से शुरू किया जा रहा है। इससे बचाव के लिए राच्य के 26656 आंगनवाड़ी सेंटरों के साथ-साथ स्कूलों में भी हर बुधवार को किशोरों को आयरन फोलिक एसिड की गोली दी जाएंगी।