पटना। नशे में धुत कामांध को अपने किए की सजा मौत के रूप में मिली। गांव की महिला के घर में घुस सोते समय रेप का प्रयास भारी पड़ा और विरोध के बीच सुध-बुध खोने वाले दुराचारी को महिला ने आग के हवाले कर दिया। घटना परसा बाजार थाना के सुईथा गांव में सोमवार रात की है। महिला के शोर मचाने पर जब-तक गांव के लोग जुटे, घर आग से राख हो चुका था और कमरे में पड़े कामांध की भी जलकर मौत हो गई। सूचना मिलते ही डीएसपी सदर समेत पुलिस अमला पहुंच गया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया गया।
पुलिस का कहना है कि गांव में रहने वाला भोला अकेले रहने वाली विधवा पर बुरी नजर रखता था। डीएसपी मुत्तफिक अहमद ने बताया कि महिला रेप की बात से इन्कार कर रही है। उसकी मेडिकल जांच कराई जाएगी। संभव है कि लोक-लाज के डर से महिला कुछ छिपा रही हो। महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस के मुताबिक परसा बाजार थाना के सुईथा गांव में रहने वाली दमयंती देवी अकेले रहती है। उसके पति की मौत हो चुकी है। दो बेटियों की शादी हो चुकी है, जबकि एक बेटा लुधियाना में मजदूरी करता है।
सोमवार को वह घर में सो रही थी, तभी देर रात गांव का ही भोला ठाकुर शराब के नशे में उसके घर का दरवाजा खोल घुस गया। अकेली महिला के कमरे में किसी प्रकार प्रवेश करने के बाद भोला ने उसे धमकाते हुए रेप का प्रयास किया। विरोध के बीच भोला ने उसके कपड़े तार-तार कर दिए। ज्च्जत पर हमला देख महिला ने हर संभव विरोध किया, इसी बीच नशे की अधिकता में भोला नीचे गिर पड़ा और बेहोश हो गया। आपा खो चुकी महिला ने शरीर से उतारी गई साड़ी को ही मिट्टी के तेल में भिगो कर आग लगा दी और कमरे में फेंक दिया। कमरे को बाहर से बंद कर वह भागी और गांव में शोर मचा मदद की गुहार लगाने लगी। शोर और आग की लपटें देख गांव वाले जुटे, तब-तक घर पूरी तरह से खाक हो चुका था।
ग्रामीणों ने माजरा समझ आनन-फानन में पुलिस को सूचना दी। खबर मिलते ही परसा थानाध्यक्ष मौके पर पहुंचे और आग से झुलसे भोला को लेकर पीएमसीएच गए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है।
कहते हैं कानून के जानकार
अधिवक्ता शंभू प्रसाद का कहना है कि आइपीसी की धारा 100 का लाभ महिला को मिलेगा। कानून में यह उल्लेख है कि किसी महिला को अपनी ज्च्जत जाने का डर हो और वह आत्मरक्षार्थ कोई कदम उठाती है। इस दौरान आरोपी की जान चली जाती है, तो इसे आत्मरक्षा में उठाया गया कदम माना जाता है, जिसका महिला को लाभ मिलेगा।