नई दिल्ली। संसद और विधानसभाओं में प्रतिनिधित्व के आधार पर देश के दूसरे सबसे बड़े दल भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को अपनी स्थापना के 33 वर्ष पूरे किए हैं।
आरएसएस:
1925 में नागपुर में हिंदुत्व विचारधारा की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की स्थापना गैर राजनीतिक दल के रूप में हुई।
जनसंघ:
श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने आरएसएस से संबंधित राजनीतिक दल जनसंघ की 1951 में स्थापना की:
-1977 में जनता पार्टी के सत्ता में आने के बाद जनसंघ उसका हिस्सा बन गई। जनता पार्टी ने देश में पहली गैर-कांग्रेसी सरकार बनाई ।
भारतीय जनता पार्टी:
-1979 में आंतरिक विरोधों के चलते सरकार गिर गई और छह अप्रैल, 1980 को पृथक दल के रूप में भाजपा अस्तित्व में आई। जनसंघ के सहयोगियों के साथ अटल बिहारी वाजपेयी भाजपा के पहले अध्यक्ष बने।
पार्टी अध्यक्ष :
भाजपा के अब तक के इतिहास में अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी के बाद एक से अधिक बार पार्टी अध्यक्ष बनने वाले राजनाथ सिंह तीसरे नेता हैं।
-अटल और आडवाणी जनसंघ के भी अध्यक्ष रह चुके हैं।
1984:
इंदिरा गांधी की हत्या की पृष्ठभूमि में हुए आम चुनाव में कांग्रेस ने विरोधियों का सूपड़ा साफ कर दिया, लेकिन वोट प्रतिशत के मामले में भाजपा दूसरे स्थान पर रही।
वोट : 7.4
सीटें : 2
1986 में लालकृष्ण आडवाणी पार्टी के अध्यक्ष बने। उन्होंने राम जन्म भूमि आंदोलन शुरू किया। 1989 के चुनाव में भाजपा ने जनता दल को बिना शर्त समर्थन देकर कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया। वीपी सिंह प्रधानमंत्री बने। 25 सितंबर, 1990 को आडवाणी ने सोमनाथ से अयोध्या तक की रथयात्रा शुरू की। लालू प्रसाद के आदेश पर बिहार के समस्तीपुर में रथयात्रा को रोककर उनको गिरफ्तार कर लिया गया। बदले में भाजपा ने सरकार से समर्थन लेकर उसको गिरा दिया।
1989:
वोट : 11.4 सीटें : 86
1991:
पहली बार भाजपा दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर लोकसभा में उभरी। राजीव गांधी की हत्या की पृष्ठभूमि में हुए चुनाव में कांग्रेस ने सत्ता में वापसी की।
वोट : 20.8
सीटें : 120
1996:
11वें लोकसभा चुनाव में पार्टी सबसे बड़े दल के रूप में उभरी। वाजपेयी प्रधानमंत्री बने लेकिन समर्थन नहीं मिलने के कारण 13 दिनों में ही सरकार गिर गई।
वोट : 20.3
सीटें : 161
1998:
11वें लोकसभा चुनाव में पार्टी सबसे बड़े दल के रूप में उभरी। वाजपेयी प्रधानमंत्री बने लेकिन समर्थन नहीं मिलने के कारण 13 दिनों में ही सरकार गिर गई।
वोट : 20.3
सीटें : 161
1998:
चुनावों में अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए सबसे बड़े दल के रूप में उभरी। वाजपेयी के नेतृत्व में गठबंधन सरकार का गठन।
वोट : 25.6
सीटें : 182
1999:
मुख्य सहयोगियों के समर्थन वापस लेने के बाद भाजपा विश्वास मत नहीं हासिल कर सकी। भाजपा ने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर सत्ता में वापसी की। वाजपेयी फिर प्रधानमंत्री बने। इस सरकार ने कार्यकाल पूरा किया। अपना कार्यकाल पूरा करने वाली पहली गैर कांग्रेसी सरकार रही।
वोट : 23.8 सीटें : 182
2004:
चुनावों में पार्टी का ‘भारत उदय’ का नारा नाकाम रहा। उसके बदले कांग्रेस के आम आदमी के नारे को समर्थन मिला। कांग्रेस की सरकार बनी और मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बने।
वोट : 22.2
सीटें : 138
2009:
लोकसभा चुनावों में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन का दौर जारी रहा। कांग्रेस ने अपने पिछले प्रदर्शन को सुधारा और मनमोहन सिंह दोबारा प्रधानमंत्री बने।
वोट : 18.8
सीटें : 116