नीमच । ब्राह्मण महासभा जिला नीमच का महाकुंभ ब्राह्मण को संगठित करने एवं समाज का उत्थान करने के उद्देंश्य से उत्तरमण्डल ब्राह्मण समाज महाकुंभ रेवली-देवली में विशाल स्तर पर मनाया जाएंगा।
नीमच महासभा कार्यालय नीमच से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि इस विशाल आयोजन में हजारों ब्राह्मण बंधुओं के सम्मिलित होने की संभावना है। तय कार्यक्रम के अनुसार सभी ब्राह्मण ब्रधु अपने-अपने वाहनों के साथ भूतेश्वर महादेव मंदिर नीमच पहुचेंगे। जहां से सम्मेलन के मुख्य अतिथि श्री श्री 1008 महामण्डलेश्वर सुरेशानन्दजी शास्त्री (निपानिया गुरूजी), माननीय विष्णुप्रसादजी शुक्ला (बड़े भैय्या) इंदौर, सर्वश्री गणपतलालजी मैनारिया-राष्ट्रीय अध्यक्ष नागदा समाज के साथ विशाल वाहन रैली नगर के मुख्य मार्गे भूतेश्वर मंदिर, लायंस पार्क, विजय टॉकीज चौराहा, फोर जीरो, कमल चौक, फव्वारा चौक, शोरूम चौराहा, सर्किट हाऊस इंदिरा नगर होते हुए रेवली-देवली शीतला माता मंदिर प्रांगण तक पहुंचेगी। जहां से बैण्ड-बाजों व डी.जे. की धूनों के साथ रेवली-देवली में चल समारोह निकाला जाएंगा। पश्चात सभास्थल पर अतिथियों का स्वागत एवं उद्बोंधन होगा। सभा के पश्चात सामूहिक सहभोज के साथ यह कुंभ का समापन होगा। ब्राह्मण महासभा नीमच के सदस्यों सर्वश्री अश्विनी भारद्वाज, सुनील शर्मा (मालवा टुडे), कृषि उपज मंड़ी अध्यक्ष राजू निरंजन तिवारी, राजेन्द्र शर्मा (पहलवान), गुर्जर गौड़ ब्राह्मण समाज नीमच अध्यक्ष ओमप्रकाश तिवारी, प्रो.संजय जोशी, गोपाल पंडित, हेमेन्द्र शर्मा (चिन्टू), विशाल शर्मा (चीकू), गौड़ ब्राह्मण समाज अध्यक्ष गजेन्द्र शर्मा, जोधपुरा ब्राह्मण समाज नीमच दरबारी लालजी शर्मा, ओमप्रकाशजी शर्मा, सिसवाल ब्राह्मण समाज अध्यक्ष राजमलजी व्यास, ओरिश्य ब्राह्मण समाज अध्यक्ष फतेशजी शर्मा, चन्द्रशेखरजी शर्मा, नागदा ब्राह्मण समाज रतनलालजी नागदा, विजयकुमार जोशी, सत्यनारायणजी नागदा, संजयजी नागदा, सारस्वत ब्राह्मण समाज मनीष जोशी एडव्होकेट, पंकजजी ओझा, सनाढ्य ब्राह्मण समाज बी.एल.शर्मा पाराशर, मुकेशजी सहारिया, राजेन्द्रजी शर्मा पारशर, हिमांशु शर्मा, पालीवाल समाज केशव पालीवाल, नितीन पालीवाल, कटारिया ब्राह्मण समाज राधेश्याम शर्मा, कन्हैयालाल शर्मा, कान्यकुगण ब्राह्मण समाज प्रेम नारायण तिवारी, खण्डेलवाल ब्राह्मण समाज पुरूषोत्तम मिश्रा, पाराशर ब्राह्मण समाज सत्यनारायण पाराशर, हरिओम पाराशर, नागर ब्राह्मण समाज सुभाश नायर, नार्मदीय ब्राह्मण समाज उमाशंकरजी खरे, आटागौड़ ब्राह्मण समाज रमेश तिवारी सहित लाला नागदा, श्यामसुंदर नागदा, मुकेशजी नागदा-हिंगोरिया, नागेश नागदा, कैलाश नागदा, दुर्गाशंकर नागदा, विनोद नागदा, बालमुकूंद राजोरा, निशांत राजोरा, शंकर जोशी-पिपलौन, रामसेवक शर्मा-जमुनियाकलाँ, प्रशांत राजोरा, महेश नागदा-कानाखेड़ा, कमल शर्मा, पंकज मेनारिया, योगेश पुरोहित, सुरेशजी नागदा-हिंगोरिया, संतोष नागदा-कानाखेड़ा, राजेन्द्र शर्मा, प्रभूलाल नागदा, विष्णुकुमार शर्मा, अध्यक्ष ब्राह्मण समाज बघाना गोकूलप्रसाद शर्मा, मनीषजी शर्मा पाराशर, राधेश्यामजी तिवारी, उमेशजी शर्मा, गोर्द्धनलालजी तिवारी (पटवारी सा.), अनिल तिवारी, भगतराम तिवारी, रामप्रसाद तिवारी, विनोद तिवारी सहित इत्यादि बाह्मण बंधुओं ने महाकुंभ आयोजन को सफल बनाने का आव्हान किया है।
इतिहास साक्षी है कि ब्राम्हणों ने दुनियाभर को ज्ञान, शिक्षा, सेवा शौर्य और पराक्रम के क्षेत्र में काफी कुछ दिया है। सरलता और सहजता के कारण ब्राम्हण सर्वश्रेष्ठ माना गया है, लेकिन हमारी इसी सरलता को लोकतांत्रिक व्यवस्था में कमजोरी मान लिया गया है। यदि ब्राम्हण संगठित हुआ सम्मान के साथ सत्ता में भी भागीदार होगा।
यह बात रविवार को ग्राम रेवाली देवली के शीतलामाता मंदिर के पास आयोजित ब्राम्हण महासभा के महाकुंभ में इंदौर से पधारे विष्णुप्रसाद शुक्ला, बड़े भैय्या ने कही। उन्होने कहा कि ब्राम्हणों ने देश की आजादी से पहले और बाद में तक अपने ज्ञान कौशल से देश का नेतृत्व किया है। देश को दिए योगदान के लिए ब्राम्हणों को सम्मान तो मिला लेकिन अपेक्षित स्थान नहीं मिल पाया है। प्रजातांत्रिक व्यवस्थाओं में अगड़ों-पिछड़ों के वर्ग बने और ब्राम्हणों के सामने चुनौतियां खड़ी हो गई है। इन चुनौतियों को स्वीकार करो और संगइित होकर अपनी शक्ति का अहसास कराओ। यदि देश की आबादी का २८ प्रतिशत मेंसे २० प्रतिशत ब्राम्हण भी संगठित हुआ तो ब्राम्हणों की उपेक्षा कर कोई भी दल देश में सरकार नहीं बना पाएगा।
उन्होने कहा कि ब्राम्हण भगवान परशुराम के वंशज हैं,भगवान परशुराम ने स्वयं अकेले धरती को २१ बाद आततायियों से मुक्त कराया। इस लिए ब्राम्हण को अपनी शक्ति से वाकिफ कराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ब्राम्हण खुद एक शक्तिपुंज है। शक्ति दिखाने के लिए या तो किसी को चुनाव में हरा दो या फिर चुनाव को जितवा दो, तभी आपकी संगठनात्मक शक्ति का अहसास सत्ता में बैठे लोगों को होगा। संख्या बल होगा तो आपकी वाजिब मांग भी शासन प्रशासन सुनेगा, अन्यथा डंडे के बल पर आवाज को दबा दिया जाएगा। इस मौके पर उपस्थित ब्राम्हण समाजजनों ने संगठित होकर काम करने का संकल्प भी लिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्रीश्री १००८ महामंडलेश्वर सुरेशानंदजी शास्त्री ने कहा कि मुझे ब्राम्हणों को विभिन्न धड़ों में बंटा हुआ देख कर दुख होता था। महासभा के माध्यम से ब्राम्हणों का एकत्रिकरण हो रहा है, यह सब देख कर खुशी महसूस हो रही है। राजनीति मेरा ध्येय नहीं है, लेकिन ब्राम्हणों का एकत्रित होना और बंधुत्व का विचार मन में काफी समय से है। सहिष्णुता के लिए दुनियाभर में ब्राम्हणों की खास पहचान है और इसी कारण सर्वश्रेष्ठ हैं। हमें संगठित होकर इसे बरकार रखना है।
विशेष अतिथि पूर्व नपा अध्यक्ष गट्टूलाल शर्मा ने कहा कि बिखरे हुए मोतियों की कोई कीमत नहीं होती, लेकिन जब धागे में पिरोई जाती है जो उस माला की खास कीमत हो जाती है। सहकारी बैंक मंदसौर के डायरेक्टर रामचंद्र नागदा ने कहा कि कश्मीर में निर्दाेष पंडितों के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है। देश में ब्राम्हणों की उपेक्षा और अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।
समाजसेवी अश्विनी भारद्वाज ने कहा कि मुझे न राजनीतिक पद चाहिए न कोई चुनाव लडऩा है। समाज में बंधुत्व का भाव विकसित हो, सभी संगठित हो और देश-प्रदेश की सत्ता के निर्धारण में ब्राम्हण प्रभावी होकर भागीदार बनें इसके लिए पूरी ताकत लगाएगे। हमें अन्य सामाजिक वर्षें से कोई दुराभाव नहीं हैं, लेकिन हमारे बंधु उपेक्षित न हो यह जरूरी है। मलवा टुडे के संपादक सुनील शर्मा ने कहा कि महासभा में कोई अध्यक्ष या सचिव नहीं है। सभी ब्राम्हण एक हैं और संगठित होकर काम करेंगे। ब्राम्हण कमजोर नहीं है। कार्यक्रम को कृषि उपज मंडी अध्यक्ष राजू निरंजन तिवारी, नागदा मेनारिया समाल के राष्ट्रीय महामंत्री भेरूलाल मेनारिया, राजस्थान नागदा मेनारिया समाज चित्तौडगढ़ उपाध्यक्ष भरत मेनारिया, अभिभाषक मनीष जोशी, अभिभाषक संघ अध्यक्ष सुनील यजुर्वेदी मनासा, राजेंद्र शर्मा पहलवान आदि ने संबोधित किया।
रविवार को बड़ी संख्या में सर्व ब्राह्मण समाजजन भूतेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में एकत्रित हुए। जहां सभी वाहनों पर भगवान परशुराम की भगवा ध्वजाएं लगाई गई। जिसके पश्चात ढ़ोल की थाप पर युवा थिरकते हुए नजर आये तो डी.जे. की धुन पर हर उम्र दराज लोग भी झूमे। जय परशुराम घोगा के साथ वाहन रैली निकाली ष्ई।
वाहन रैली शहर के भूतेश्वर महादेव मंदिर से होते हुए गुरूद्वारा, लायंस पार्क, सीआरपी रोड़, कमल चौक, सब्जी मंड़ी, फव्वारा चौक, बस स्टेण्ड, नीमच सिटी, पिपली चौक, भगवानपुरा, पीजी कॉलेज मुख्य मार्गाे से होती हुई ग्राम रेवली-देवली पहुंची।
जगह-जगह हुआ भव्य स्वागत- ब्राह्मण महासभा का शहर में विभिन्न संगठनों व धर्माे के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ता ने पुष्पवर्षा की व माला पहनाकर विप्र बंधुओं का स्वागत किया। ग्राम गिरदौड़ा में नागदा मेनारिया समाज व सर्व ब्राम्हण समाज ने स्वागत किया।
मंड़ी में परशुराम जयंती पर होगा अवकाश घोषित- नीमच कृषि उपज मंड़ी अध्यक्ष राजु निरंजन तिवारी से महाकुंभ में भगवान परशुराम जयंती पर अवकाश की मांग की गई। जिस पर श्री तिवारी ने परशुराम जयंती पर मंडी में अवकाश की घोषणा की। कार्यक्रम का संचालन फतेश शर्मा ने किया आभार पुरूषोत्तम मिश्रा ने माना।