‘मधुमक्खी का छत्ता नहीं रहेगा तो शहद कहां से आएगा’

nitish kumarपटना। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा देश को मधुमक्खी का छत्ता बताने पर शुरू हुई बयानबाजी और आगे बढ़ी। भाजपा और कांग्रेसी नेताओं के बीच हो रही बयानबाजी के बीच में सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी कूद पड़े।

कहा, मधुमक्खी का छत्ता ही नहीं रहेगा तो शहद कहां से आएगा? शहद स्वास्थ्य के लिए गुणकारी होता है। देश में सबसे अधिक शहद बिहार में ही होता है। नीतीश के इस बयान पर राजनीतिक गलियारे में तरह-तरह के कयास लगाए जाने लगे। नीतीश सोमवार को जनता दरबार के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे। भाजपा में नरेंद्र मोदी व लालकृष्ण आडवाणी के नाम को लेकर चल रही खेमेबाजी पर किसी तरह की टिप्पणी से साफ परहेज करते हुए नीतीश ने कहा, आडवाणी जी सम्मानित नेता हैं। मेरे मन में उनके प्रति सम्मान है। नरेंद्र मोदी से जुड़े सवाल को नीतीश ने फिर टाल दिया। प्रधानमंत्री पद से जुड़े एक प्रश्न पर उन्होंने कहा कि अगर 50 सांसदों की संख्या पर प्रधानमंत्री बनने लगे तो संविधान में दस से बारह प्रधानमंत्री बनाने की व्यवस्था करनी होगी। देश का संविधान यह कहता है कि दलों या गठबंधन की संख्या 272 हो। भाजपा से प्रधानमंत्री का उम्मीदवार किसे होना चाहिए इस पर मुख्यमंत्री ने कहा यह बात तो भाजपा से आएगी, क्योंकि यह तो भाजपा का अंदरुनी मामला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 13 से 14 अप्रैल तक दिल्ली में होने वाली जदयू की राष्ट्रीय परिषद के सम्मेलन में देश की राजनीतिक स्थिति पर विस्तार से चर्चा होगी।

पार्टी अध्यक्ष का चुनाव भी होना है। यह भी तय है कि पार्टी के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ही अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे।

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