बरेली। बिगड़े ग्रह-नक्षत्र सही कराने के लिए लोग कुंडली बनवाते-बिचरवाते हैं, पर पुलिस जो कुंडली बनाने जा रही है, वह बड़े से बड़े अपराधी के ग्रह-नक्षत्र बिगाड़ देगी। पुलिस की यह कोशिश परवान चढ़ी तो लगातार वारदातों को अंजाम दे रहे अपराधी शीघ्र ही जेल में होंगे। घटना की प्रकृति के अनुरूप बदमाशों की पहचान तत्काल हो सकेगी। फिर पुलिस को लुटेरों तक पहुंचने में ज्यादा देर नहीं लगेगी।
इसके लिए जिले के एक हजार अपराधियों का दस साल का रिकॉर्ड छांटा जा रहा है। उनका वर्गीकरण कर सारी सूचनाएं कंप्यूटर में फीड होंगी। इससे एक क्लिक करते ही बदमाशों की पूरी कुंडली पुलिस के कंप्यूटर स्क्रीन पर आ जाएगी।
लगातार बढ़ रहे अपराधों के ग्राफ को कम करने के लिए एसएसपी आकाश कुलहरि ने यह कवायद की है। सबसे पहले उन अपराधियों की कुंडली देखी जा रही है, जो शहर में वारदातों को अंजाम देकर पुलिस को छकाते रहे। उनका पिछले दस साल का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। साथ ही इस बात का भी पता लगाया जा रहा है कि इस समय ये लोग कहां हैं और क्या कर रहे हैं। अपराधियों को चिन्हित करने का काम थानेवार हो रहा है। एसएसपी ने सभी थानेदारों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने अपने यहां के पिछले दस साल के अपराधियों की सूची बनाएं। इसके बाद इनका सत्यापन होगा। सिर्फ यह नहीं चलेगा कि अपराधियों को चिह्नित कर लिया है। बाद में पता चला कि अपराधी की मृत्यु हो चुकी है या फिर वह बाहर रह रहा है या सुधर गया है। सिर्फ उन्हीं अपराधियों को चिन्हित करना है, जो बार-बार वारदातों को अंजाम देकर पुलिस के लिए चुनौती बने हुए हैं।
एक क्लिक करते ही सामने होगी अपराधी की जन्मकुंडली
इस बार कवायद केवल कागजों या फाइलों तक ही नहीं सिमटेगी। पुलिस एक-एक बदमाश की जन्मकुंडली कं प्यूटर में फीड करेगी। डीसीआरबी के कंप्यूटर में पूरे जिले के छांटे गए बदमाशों की जन्म कुंडली फीड की जाएगी। इसमें तकरीबन 15 दिन लग जाएंगे। पुलिस ने काम शुरू कर दिया है। इसके बाद एक क्लिक करते ही स्क्रीन पर जिस बदमाश की चाहेंगे जन्मकुंडली सामने होगी।
श्रेणी के हिसाब से दर्ज होगा रिकॉर्ड
अपराध को रोकने के लिए एसएसपी ने जो खाका खींचा है। उसके तहत अपराधियों की अलग-अलग श्रेणी बनाई गई है। इनमें लुटेरों को अलग श्रेणी में रखा गया है, जबकि चेन स्नेचर, भाड़े पर मर्डर करने वाले, फिरौती के लिए अपहरण करने वालों को अलग-अलग दर्ज किया जाएगा।
इसका फायदा यह होगा कि शहर में जिस थानाक्षेत्र में जो वारदात होगी, पुलिस तत्काल उस अपराध से संबंधित शहर में सक्रिय अपराधियों तक पहुंच जाएगी। इसके लिए उसे बस कंप्यूटर पर एक क्लिक करना होगा। इसके लिए अलग से एक सा फ्टवेयर मंगवाने की भी बात चल रही है।