दिल्ली गैंगरेप घटना पर किताब लिख रहे हैं वकील के बेटे

delhi-gangrape-two-accused-say-they-were-not-on-busनई दिल्ली। दिल्ली गैंगरेप कांड पर फिल्म ‘निर्भया’ की घोषणा के बाद अब खबर है कि आरोपी राम सिंह व मुकेश के पूर्व वकील के बेटे इस क्रूर घटना और कोर्ट में इसकी सुनवाई पर एक किताब लिख रहे हैं।

वकील वीके आनंद के पुत्र विभोर आनंद ने बताया कि जिस दिन से उनके पिता ने दो आरोपियों का केस लड़ने का फैसला कि वह उसी दिन से उनके साथ हैं। इस पूरे प्रकरण पर किताब लिखने का विचार तब आया जब आरोपियों की कोर्ट में पेशी के दौरान परिसर में हंगामे और मारपीट की घटना हुई।

विभोर आनंद ने बताया कि उन्होंने किताब के लगभग 150 पन्ने कलमबद्ध कर लिए हैं और निचली अदालत द्वारा मामले में फैसला आने के बाद वह इसे पूरा करेंगे। इस किताब शीर्षक उन्होंने ‘द नेकेड रियलिटी’ रखा है।

गौरतलब है कि गैंगरेप के पांचों आरोपियों को जब पहली बार साकेत कोर्ट में पेश किया गया था तब कोर्टरूम में काफी हंगामा हुआ था। कई वकीलों के इस द्वारा इस दावे के बाद कि वह आरोपियों के वकील हैं, सुनवाई दोपहर तक शुरू नहीं हो सकी। उनमें से एक वकील ने कथित रूप से दूसरे वकील के ऊपर बुक शेल्फ उठाकर मारने की कोशिश की। तब जज ने कोर्ट में अनुशासन बनाए रखने के लिए कड़ा रुख अपनाया था।

विभोर ने दावा किया कि इस किताब में कोर्टरूम में उनकी राम सिंह व अन्य आरोपियों से हुई बातचीत, उनसे हुए जोक्स के आदान-प्रदान व सिंह के बदलते व्यवहार से संबंधित बातें शामिल होंगी। उन्होंने कहा कि मैं प्रतिदिन लिख रहा हूं। मेरी किताब का आखिरी पन्ना कोर्ट का फैसला आने के एक दिन बाद पूरा कर लिया जाएगा। विभोर ने कहा कि देश-विदेश की मीडिया के सामने कोर्ट में भारी हंगामा, वकीलों के बीच मारपीट की घटना का पूरी सरलता और सहजता के साथ उल्लेख किया गया है।

विभोर के अनुसार किताब में एक अध्याय है जिसमें वकीलों और आरोपी राम सिंह व मुकेश के बीच हुई बातचीत को शामिल किया गया है। इन दोनों ने गिरफ्तारी के बाद कभी मीडिया को साक्षात्कार नहीं दिया।

उल्लेखनीय है कि राम सिंह ने तिहाड़ जेल में कथित रूप से आत्महत्या कर ली जबकि मुकेश की अब किसी अन्य वकील द्वारा पेशी हो रही है।

error: Content is protected !!