मुंबई। 1993 मुंबई बम ब्लास्ट मामले में आर्म्स एक्ट के तहत पांच साल की सजा पाने वाले बॉलीवुड स्टार संजय दत्त को सुप्रीम कोर्ट ने सरेंडर करने के लिए बुधवार को चार हप्ते की मोहलत दे दी। कोर्ट से संजय को मोहलत मिलने से बॉलीवुड के फिल्म निर्माताओं ने राहत की सांस ली है। हालांकि फिल्म निर्माताओं का मानना है कि संजय दत्त को अपने लंबित परियोजनाओं को पूरा करने के लिए और समय दिया जाना चाहिए था।
सरेंडर करने की समयसीमा खत्म होने से एक दिन पहले बुधवार को संजय दत्त के लिए कुछ राहत भरी खबर आई। सुप्रीम कोर्ट ने मानवता के आधार पर संजय दत्त को सरेंडर करने के लिए चार हफ्ते की मोहलत दे दी। गौरतलब है कि संजय दत्त को जो सजा मिली है उसमें से 42 महीने की सजा अभी बाकी है।
संजय दत्त ने अपने अधूरे कामों को पूरा करने के लिए कोर्ट से छह महीने की मोहलत दिए जाने की मांग की थी। संजय इस समय कुछ बड़ी बजट की फिल्मों सहित सात फिल्मों में काम कर रहा हैं। इस वजह से निर्माताओं का 278 करोड़ रुपये दाव पर लगा है।
संजय, टीपी अग्रवाल की फिल्म पुलिसगीरी में एक पुलिस अधिकारी की भूमिका निभा रहे हैं। इस फिल्म के कामों को पूरा करने के लिए संजय को एक हफ्ते का समय चाहिए। अग्रवाल ने कहा कि हम संजय दत्त को मोहलत दिए जाने से राहत महसूस कर रहे हैं। इस बीच हम अपना काम पूरा करने की कोशिश करेंगे।
फिल्म जंजीर की रीमेक बनाने वाले अपूर्व लाखिया ने भी संजय दत्त को मोहलत दिए जाने से राहत जताई। उन्होंने कहा कि हम सात दिनों के अंदर अपना काम पूरा करने की कोशिश करेंगे।
इसी तरह से करण जौहर की फिल्म अंगुली को पूरा करने के लिए संजय दत्त को कम से कम 10 से 12 दिन चाहिए। राजकुमार हिरानी ने कहा कि फिल्म पीके की शूटिंग पूरा करने के लिए उन्हें आठ दिन का समय चाहिए। इतने समय में संजय दत्त का काफी काम पूरा हो जाएगा। इन्हीं बातों को देखते हुए फिल्म निर्माताओं ने कोर्ट द्वारा संजय को मोहलत दिए जाने से राहत की सांस ली है।