सावधान! ड्रेसिंग रूम में कैमरा तो नहीं छिपा

through-these-tips-girls-will-be-safeपटना। शापिंग माल या दुकानों में कपड़ों की फिटिंग जांचने के पहले पुष्टि कर लें कि कहीं उसमें कैमरा या दरवाजे का शीशा सिंगल साइडेड तो नहीं है। ऐसी छोटी-छोटी सावधानियां व सुरक्षा के उपाय बरत कर महिलाएं रेप, यौन उत्पीड़न और छेड़खानी से काफी हद तक बच सकती हैं।

12वीं के दो छात्र और एक छात्रा स्कूलों-कालेजों में पंपलेट बांट कर छात्राओं को यह समझाने का प्रयास कर रहे हैं। इस उद्देश्य की पूर्ति को उन्होंने युवाकैची वूमेन नामक छात्र-छात्राओं की संस्था भी बनाई है। अपने जेबखर्च से ये युवा न केवल पंपलेट छपवा कर बांट रहे हैं बल्कि नुक्कड़ नाटक व डाक्यूमेंट्री फिल्म बनाने का भी उनका इरादा है।

कैसे आया विचार

युवाकैची के संस्थापक 12वीं के छात्र रिंकू कुमार केशव ने कहा कि हम सोने के पहले घर के दरवाजे ठीक से बंद करते हैं न कि चोरों से जाकर कहते हैं कि चोरी मत करना। इसी प्रकार महिलाएं सावधानी बरत कर बड़े हादसों से बच सकती हैं। मां-बहनों तक यही संदेश पहुंचाने को रिंकू ने अपने दोस्तों रवि आर्या व स्वाति वर्मा के साथ यह संस्था शुरू की थी। मंगलवार को रिंकू अपने दोस्तों के साथ नोटेड्रम एकेडमी की छात्राओं के बीच पंपलेट बांटे। बुधवार को वह माउंट कार्मेट के बाहर यही काम किया। बाद में उनके पंपलेट में बताई सावधानियां भी बदलती जाएंगी।

कपड़ों की फिटिंग जांचने के पहले मोबाइल से कोई नंबर मिलाएं। यदि नंबर न मिले तो समझ लें कि वहां कैमरा लगा है जिसकी इंफ्रारेड किरणों से फोन नहीं मिल रहा है। यही नहीं दरवाजे के शीशे की ओर अंगुली करें। यदि अंगुली व प्रतिबिंब के बीच थोड़ी दूरी न दिखे, दोनों एक दूसरे को स्पर्श कर रहे हों तो वह सिंगल साइडेड है। यानी दूसरी ओर खड़ा व्यक्ति आपको देख सकता है।

सूनी सड़क पर न लगाएं हेडफोन सूनी सड़कों पर हेडफोन लगाने से आप अपने चारों ओर के हालात से कट जाती हैं और आसानी से हादसों की शिकार हो सकती हैं। भीड़भाड़ वाले स्थानों में भी आवाज धीमी रखें ताकि चारो ओर ध्यान रख सकें।

नई जगह जाने के पहले जानें सही पता

किसी नई जगह जाने के पहले सही पता ठीक से मालूम कर लें। अन्यथा आपको भ्रमित कर आसानी से गलत रास्ते पर भेज बेजा फायदा उठाया जा सकता है।

परिजनों को बताएं आटो नंबर

यदि घर से बाहर अकेले आटो-बस से जाना है तो परिजनों-दोस्तों को उसका नंबर जरूर एसएमएस कर दें। जिससे दिल्ली जैसा हादसा न हो।

गलत व्यवहार करने वालों को तुरंत रोकें

यदि कोई आपके साथ छेड़खानी, घूरना, जबरन स्पर्श करना जैसा व्यवहार करता है तो उसे तुरंत रोकें। जिससे आपकी चुप्पी को मौन सहमति मानते हुए वह और दुस्साहस न करे।

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