आजमगढ़। चस्पा फोटो में फांसी के गोल फंदे के बीच से झांकता चेहरा आतंकी अफजल गुरु का, अभ्यर्थी का नाम भी अफजल गुरु, पिता का नाम लादेन, पता-लाहौर, पाकिस्तान। यह परिचय उस अभ्यर्थी का है, जिसने बेसिक शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश के अंशकालिक अनुदेशकों के संविदा पर चयन के लिए ऑनलाइन आवेदन किया। कमाल यह कि यह आवेदक आजमगढ़ की कट ऑफ मेरिट लिस्ट में टाप पर है। ऐसे ही तमाम मामले हैं जिनमें लोगों ने कई वरिष्ठ नेताओं, अभिनेताओं के नाम पर आवेदन किए और वे अब सूची में टाप पर हैं।
दरअसल, बेसिक शिक्षा विभाग के अनुदेशक भर्ती की जारी कट आफ सूची और मेरिट ने आनलाइन सुविधा के जबरदस्त दुरुपयोग को उजागर कर दिया है। इस तरह के चौंकाने वाले तमाम आवेदन अन्य जिलों की मेरिट लिस्ट में भी हैं। सवाल यह कि आखिर मेरिट लिस्ट जारी करते समय किसी को यह क्यों नहीं दिखा कि आवेदक की फोटो कैसी है या आवेदक कौन है। एक शक्ल के दो लोग तो हो सकते हैं, लेकिन फांसी के गोल फंदे के बीच तस्वीर कोई बेरोजगार क्यों लगाएगा। बहरहाल, यह तो साफ है कि मौजूदा लिस्ट में परिवर्तन होगा और नीचे के पायदान के कुछ बेरोजगार ऊपर आएंगे।
बात अगर अफजल के आवेदन की करें तो इसका औसत प्राप्तांक 99.87 प्रतिशत अंकित है। जन्मतिथि 1982 है। हाईस्कूल में 600 में 599 तथा इंटर में 500 में 499, स्नातक में 1800 में 1799 और प्रोफेशनल योग्यता में 1000 पूर्णाक में 999 अंक प्राप्त हैं। गांव का नाम पाकिस्तान, पोस्ट इस्लामाबाद, ब्लाक ठेकमां, जिला लाहौर अंकित है। ठेकमां तो आजमगढ़ में है लेकिन पते में लिखे अन्य स्थान कहां हैं, सब जानते हैं।
दूसरे नंबर पर रहे राम पुत्र श्याम को हाईस्कूल में 420, इंटर में 420, स्नातक में 1400 तथा प्रोफेशनल योग्यता में 800 अंक मिले हैं। इसका औसत 77.95 फीसद है। आवेदन पर पता समझ से परे हैं, लेकिन ब्लाक तरवां लिखा है। फोटो के नीचे अंकित है उमाकांत यादव।
मेरिट लिस्ट देखने के बाद साफ है कि आनलाइन व्यवस्था का जबरदस्त दुरुपयोग किया गया है। इससे यह भी तय है कि वर्तमान मेरिट लिस्ट में परिवर्तन भी होगा।
आजमगढ़ के बेसिक शिक्षा अधिकारी सोमारू प्रधान को इस मामले में कुछ पता ही नहीं था। उन्होंने अनभिज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि फिलहाल कोई जानकारी तो नहीं है, लेकिन वो इस मामले की जांच करवाएंगे। यह शरारती तत्वों का काम है।