गोपालगंज। कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी के जनता दरबार में काम के लिए रिश्वत मांगने और बेवजह दौड़ने के कई मामले रखे गए। विजयीपुर से पहुंचे एक ग्रामीण भूदान से मिली जमीन के पर्चा के लिए अंचल के बड़े बाबू द्वारा 20 हजार रुपये मांगने को लेकर परेशान थे। उनकी समस्या सुन जिलाधिकारी कृष्ण मोहन ने विजयीपुर के अंचलाधिकारी से लेकर बड़े बाबू को फटकार लगाई। यह चेतावनी दी गई कि काम शीघ्र नहीं हुआ तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।
गुरुवार को डीएम के जनता दरबार में फरियादियों की भीड़ लगी रही। इस दौरान 148 आवेदकों ने डीएम के समझ अपनी समस्याएं रखीं। जनता दरबार पहुंचे सेवानिवृत्त प्रखंड विकास पदाधिकारी रामनीगना राय की शिकायत थी कि विजयीपुर प्रखंड के ग्रामचक धनौती के कर्मचारी भेदभाव कर रहे हैं और लीक से हटकर काम कर रहे हैं। फुलवरिया प्रखंड के कररिया के कुबेर सिंह मृत्यु प्रमाणपत्र के लिए जनता दरबार पहुंचे। उनकी शिकायत थी कि मृतक सूर्यदेव सिंह और उनकी पत्नी रामकली देवी के मृत्यु प्रमाणपत्र के लिए 28 जनवरी को ही प्रखंड कार्यालय में आवेदन दिया गया है, लेकिन आज तक प्रमाणपत्र नहीं मिला।
जनता दरबार में वर्ष 2011 में प्रथम श्रेणी से मैट्रिक परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र-छात्राओं ने प्रोत्साहन राशि दस हजार दिलवाने के लिए आवेदन दिया। इस मामले में जब डीएम ने कल्याण विभाग के बड़े बाबू को तलब किया तो पता चला कि अभी तक राशि का आवंटन नहीं हुआ है।
अपनी शिकायत लेकर जनता दरबार पहुंचे उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक करवतही के शाखा प्रबंधक ने अपने आवेदन में कार्रवाई न होने पर आत्महत्या की बात कही। डीएम ने कार्रवाई का आश्वासन तो दिया, लेकिन इस चेतावनी के साथ ही आत्महत्या करने की बात लिखने पर उन्हें जेल की हवा खानी पड़ सकती है।