नई दिल्ली। रेलवे घूसकांड में करीबियों-रिश्तेदारों की गिरफ्तारी से संकट में आए रेल मंत्री पवन बंसल कुर्सी बचाने के लिए टोटकों के फेर में फंस गए थें। टोटके के सहारे बंसल बुरे दिन से निजात पाना चाह रहे थे। लेकिन बकरे की बलि ने भी इनकी कुर्सी नहीं बचाई।
शुक्रवार को पवन बंसल के घर के बाहर एक बकरे को देखा गया। बंसल की पत्नी ने बकरे की पूजा भी की। टोटके के लिए पंडित को भी बुलाया गया। गेरुए वस्त्रधारी पंडित जी पर शायद टोटके की विधि संपन्न कराने की जिम्मेदारी थी। पवन बंसल के बंगले से बकरे को पूजा के बाद पिछले दरवाजे से बाहर कर दिया गया। उसकी बलि दी गई या ये कुछ और था, इस बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है।
माना जा रहा है बकरे की पूजा देकर पवन बंसल अपने ऊपर आई मुसीबतों से छुटकारा पाना चाहते थे। बंसल का हाथ अपनी ही पार्टी ने छोड़ दिया तो ऐसे में उन्हें टोटके का सहारा लेना पड़ा। वहीं भाजपा ने बकरा ‘कांड’ पर चुटकी लेते हुए कहा कि गलती कांग्रेस करे और सजा बकरा भुगते। भाजपा नेता शहनवाज हुसैन ने कहा, ‘गलती करे कांग्रेस और जान जाए बकरे की?’