अब सोशल साइट्स पर छिड़ी ‘वोट विदआउट नोट’ की मुहिम

vote-without-note-campaign-on-social-sitesनई दिल्ली। कुछ दिनों पहले एक सर्वे में कहा गया था कि अब राजनीति का भविष्य सोशल मीडिया तय करेगी। जिस तरह से सोशल मीडिया लोगों के सिर चढ़कर बोल रही है, ऐसे में सोशल नेटवर्किग साइटस पर राजनीति को लेकर लोगों को टिप्पणी आगामी लोकसभा चुनाव का भविष्य तय करने में मदद कर सकती है। वैसे ही लोकसभा चुनाव 2014 को लेकर आम लोगों को जागरूक करने के लिए कुछ लोगों ने सोशल साइटस पर ‘वोट विदआउट नोट’ की मुहिम छेड़ दी है। इस मुहिम के जरिए वे लोगों तक वोट बैंक की राजनीति नहीं करने का संदेश पहुंचाना चाहते हैं।

भ्रष्टाचार से घिरे देश को एक नई दिशा की जरूरत है। इसी सोच के साथ और आगामी चुनाव के मद्देनजर राजनेताओं को आगाह करते हुए रोनक टंडन ने सोशल साइट फेसबुक पर एक अभियान छेड़ा है। इस अभियान के तहत वो नेताओं को संदेश पहुंचाने चाहते हैं कि पैसों से वोट न खरीदें। अगर कोई पैसों से वोट देने की बात करते हैं तो उन्हें साफ मना कर दिया जाए। वे आम लोगों को जागरूक करना चाहते हैं कि हमें ही देश का भविष्य निर्धारित करना है। ऐसे में हमें पता होना चाहिए कि किसे वोट देकर हमारा नेता चुने, कैसे वोट दें, पैसों से वोट खरीदे नहीं जाते इस तरह की तमाम बातें।

सोशल नेटवर्किग साइट इस तरह की पहल पहली बार हो रही है। अब तक इस अभियान से 10 लाख से अधिक लोग जुड़ चुके हैं। रोनक ने इस बारे में बताया कि जैसे ही लोकसभा चुनाव की घोषणा हो जाएगी, उनकी मुहिम जोरों पर होगी। वे घर-घर जाकर, कॉलेज और सड़कों पर भी लोगों को इकट्ठा कर उन्हें वोट संबंधित सभी जानकारी देंगे।

error: Content is protected !!