अन्ना की हुंकार, सितंबर से निर्णायक लड़ाई

anna hajareऋषिकेश। भ्रष्टाचार के खिलाफ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की जनतंत्र यात्रा का तीसरा चरण मंगलवार को उत्तराखंड में तीर्थनगरी ऋषिकेश से शुरू हो गया। पहले दिन यात्रा के पड़ावों पर आयोजित जनसभाओं में अन्ना हजारे ने भ्रष्ट व्यवस्था को बदलने के लिए एकजुट होकर कदम मिलाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि उनका मकसद 120 करोड़ की आबादी वाले देश में छह करोड़ लोगों की चेतना जागृत करने करने का है। जिस दिन छह करोड़ लोग जाग जाएंगे, देश में स्वत: ही बदलाव की बयार बहने लगेगी। अन्ना ने एलान किया कि इस वर्ष सितंबर माह में दिल्ली रामलीला मैदान में निर्णायक आंदोलन किया जाएगा।

सुबह ऋषिकेश के दून तिराहे पर 11 पुरोहितों ने मंत्रोच्चार व एक बालिका अनन्या शर्मा ने अन्ना हजारे को तिलक लगाकर जनतंत्र यात्रा का श्रीगणेश किया। यहां जनता को संबोधित करते हुए अन्ना हजारे ने कहा, ‘जब तक जन लोकपाल बिल नहीं आ जाता तब तक मैं प्राण नहीं त्यागने वाला।’

इसके बाद डोईवाला, छरबा और कालसी में अन्ना हजारे ने जनता को उनकी ताकत का एहसास कराया। साथ ही कहा कि डाकू, लुटेरे, व्यभिचारी व भ्रष्टाचारी को संसद में पहुंचने से रोकें। जनता गलत को वोट न करे, क्योंकि देश की किस्मत बदलने की चाबी जनता के हाथ है। उन्होंने एक साल में छह करोड़ लोगों को संगठित व जागरूक करने का लक्ष्य बताया। अन्ना ने किसी पार्टी का नाम लिए बिना कहा कि आज कर्ज लेकर विकास का जो सपना देखा जा रहा है और उसमें भी चोरी हो रही है, जिसका खामियाजा देर-सबेर जनता को ही भुगतना पड़ेगा।

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