सीआरपीएफ ने मुकेश अंबानी की सुरक्षा पर खड़े किए हाथ

mukesh ambaniनई दिल्ली। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने बगैर स्थानीय पुलिस की सहायता के मुकेश अंबानी को जेड श्रेणी की पक्की सुरक्षा सुनिश्चित कराने को लेकर चिंता जताई है। अर्धसैनिक बल ने हाल ही में देश के शीर्ष उद्योगपति व रिलायंस इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष मुकेश अंबानी की सुरक्षा की कमान संभाली है।

सीआरपीएफ ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर अपने कर्मियों की संभावित क्षमता के बारे में सावधान किया है। पत्र में कहा गया है कि उसके जवानों को वीआइपी सुरक्षा प्राप्त मुकेश अंबानी पर हमले की वारदात का सामना करना पड़ सकता है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सीआरपीएफ की इच्छा है कि गृह मंत्रालय तत्काल कदम उठाए और देश के सभी राज्यों को यह सूचित करे कि जब भी कोई वीआइपी जिसे जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली हो, जब भी उनके क्षेत्र में हो तो उसकी सुरक्षा के लिए स्थानीय पुलिस दस्ता मुहैया कराया जाए। उसका यह भी कहना है कि मुकेश अंबानी के साथ चल रहे उसके 28 सदस्यीय सुरक्षा दस्ते के कमांडर को स्थानीय खुफिया और भौगोलिक स्थिति के आंकड़े भी मुहैया कराया जाएं। सीआरपीएफ ने हाल ही में अंबानी की सुरक्षा में अपने विशिष्ट दस्ते को लगाया है।

गृह मंत्रालय ने उद्योगपति मुकेश अंबानी की सुरक्षा को खतरे का विश्लेषण करने के बाद ही उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा दी है। सीआरपीएफ ने तर्क दिया है कि अंबानी की सुरक्षा में तैनात उसकी टीम में देश के अलग-अलग स्थानों से आने वाले कमांडो हैं और हमेशा उन्हें बच निकलने का रास्ता मालूम नहीं होता है। खासकर, मुंबई और कोलकाता जैसे इलाके में जहां उनकी आवागमन की सुरक्षा सुनिश्चित करनी है, संभावित खतरा बरकरार रहता है। मुकेश अंबानी की सुरक्षा पर आने वाला खर्च करीब 15-16 लाख रुपये महीना है जिसे वह खुद वहन करेंगे। सीआरपीएफ पहली बार किसी निजी व्यक्ति को वीआइपी सुरक्षा मुहैया करा रही है।

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