आगरा। गिटार पर सुरों का जादू बिखेरकर विश्व रिकॉर्ड बनाने वाला आगरा का आकाश अब विदेशी सरजमीं पर छाया हुआ है। सेंट लुईस विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर रहे छात्र आकाश ने अंडर ग्रेजुएट के पहले वर्ष में टॉप किया है। कैंपस एंबेसडर बनाया गया आगरा का यह लाल इस विवि से छात्रवृत्ति पाने वाला पहला भारतीय है।
स्वदेशी बीमा नगर निवासी आकाश गुप्ता पुत्र कृष्ण गुप्ता परिचय का मोहताज नहीं है। 17 साल की उम्र तक आकाश ने तीन बार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में सबसे लंबे समय तक
(2008 से 2010) गिटार बजाने का रिकॉर्ड बनाया था। कक्षा 12 की पढ़ाई पूरी करने के बाद अंडर ग्रेजुएट की पढ़ाई के लिए सेंट लुईस विश्वविद्यालय अमेरिका से उसे एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई का ऑफर मिला। स्पेन के मैड्रिड विवि में पहले साल की परीक्षा में टॉप किया। उसे चार ग्रांड परसेंट ऑफ ऑल (जीपीए) में पूरे अंक मिले हैं। इस विवि के इतिहास में आकाश 7वां भारतीय है, जिसे प्रवेश मिला है। वहीं छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाला पहला भारतीय है। उसकी योग्यता को देखते हुए विवि ने उसे कैंपस एंबेसडर बनाया है।
कम उम्र में लिख दी पुस्तक
आकाश गुप्ता के खाते में एक और उपलब्धि दर्ज हो गई है। हाल ही में उसने एस्ट्रो फिजिक्स और एस्ट्रोनॉमी विषय पर ‘पॉसिबिलिटीज ऑफ इमपॉसिबिलिटीज’ नामक पुस्तक लिखी है। आकाश ने सबसे कम उम्र में लेखक बनने का गौरव हासिल किया है। इस पुस्तक का विमोचन डीन डॉ. पाल वीटा ने किया। इस पुस्तक की ऑनलाइन प्रतियां देखते-देखते बिक गईं।
चार साल का है कोर्स
मैकेनिकल व एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के ऑनर्स का कोर्स चार साल का है। इसमें दो साल का कोर्स आकाश सेंट लुईस विश्वविद्यालय के मैड्रिड, स्पेन और दो साल का कोर्स अमेरिका के मुख्य कैंपस में पूरा करेगा। आकाश को सितंबर 2012 में ऑनर्स कोर्स में प्रवेश मिला था।
ये हैं उपलब्धियां
– सेंट लुईस विश्वविद्यालय के मुख्य कैंपस से निकलने वाली टॉपर्स की डीन्स लिस्ट में नाम शामिल।
– फ्रांस एयरबेस में दो सप्ताह के इंडस्ट्रियल टूर में चयन।
– मैड्रिड, स्पेन में आयोजित रन फॉर ब्रिटिल बोंस में अतिथि के रूप में बुलाया गया।
– रेडक्रॉस के लिए मैड्रिड में कैंप लगाकर चंदा एकत्रित किया।
ये है छात्र आकाश का प्रोफाइल
– आकाश गुप्ता ने कक्षा दस तक की पढ़ाई सेंट पीटर्स कॉलेज से की।
– टॉपर आकाश की उपलब्धियों और योग्यता के आधार पर पुणे के शरद पवार इंटरनेशनल स्कूल में प्रवेश मिला। स्कूल में छात्रवृत्ति मिली और इंटरनेशनल बैकुलरेट डिप्लोमा में टॉप किया।
– सितंबर 2012 में सेंट लुईस विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया।
बेटे ने किया देश का नाम रोशन
आकाश के पिता कृष्ण गुप्ता को बेटे पर नाज है। उनका कहना है कि बेटे ने पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है। उधर, आकाश की उपलब्धि पर गोदरेज कंपनी के मालिक आदि गोदरेज, महेश चंद्र गुप्त, सुशील विद्यार्थी, रामप्रकाश गर्ग सहित अन्य गणमान्य लोगों ने बधाइयां दी हैं।