सैलानियों को पहाड़ों पर नहीं मिली ठंड, जल रही दिल्ली

tourist-becomes-upset-in-hilly-areas-temperature-rises-in-delhincrनई दिल्ली। इस साल रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है। चढ़ते पारे से पहाड़ भी तपने लगे हैं। इसका असर ग्लेशियरों पर साफ देखा जा सकता है। गंगोत्री ग्लेशियर के पिघलने से भागीरथी के जलस्तर में हुई 70 क्यूसेक की वृद्धि खतरे की घंटी बजा रही है। साथ ही जो पर्यटक पहाड़ों पर अपनी छुंिट्टयां मनाने गए हुए हैं उन्हें सिर्फ निराशा ही मिल रही है। ये तो रही पहाड़ी इलाकों की बात लेकिन अगर हम समतल की बात करें तो यहां भी हाल बेहाल है। पिछले कुछ दिनों से पारा 45 के पार जा रहा है। पूरे उत्तर भारत में गर्म हवाएं और सूरज की तपिश ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है।

इधर, हिमाचल के उच्च पर्वतीय इलाके केलंग में न्यूनतम तापमान 9.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जो सामान्य से पांच डिग्री अधिक है। हिमाचल में कुछ साल पहले की स्थिति यह थी कि जब पर्यटक मैक्लोडगंज, नड्डी आते थे तो गर्मी के दिनों में रात को रजाई की मांग करते थे। क्षेत्रवासियों का दावा होता था कि ‘एसी व कूलर छोड़ो, हमारे यहां किसी होटल या घर में पंखे तक की जरूरत महसूस नहीं होती।’ लेकिन अब यहां आया पर्यटक पूछता है, ‘आपके होटल के कमरों में एसी है या नहीं?’ इस गर्मी के चलते पहाड़ों पर पर्यटकों की संख्या में इस बार कमी आई है, लेकिन चारधाम यात्र पर कोई असर रही पड़ा है।

उत्तराखंड के पहाड़ों पर पड़ रही भीषण गर्मी के चलते बीते 24 घंटों के दौरान गंगोत्री ग्लेशियर पिघलने से भागीरथी का जलस्तर 110 से बढ़कर 180 क्यूसिक जा पहुंचा है। यदि आगे भी हालात ऐसे रहे तो आने वाले दिनों में पूरी भागीरथी घाटी खतरे की जद में आ सकती है।

मौसम विशेषज्ञों की भविष्यवाणी इस आशंका को और प्रबल कर रही है। उनका कहना है कि अभी मौसम में तबदीली के दूर-दूर तक आसार नहीं हैं। अपनी ठंडक के लिए मशहूर उत्तराखंड के श्रीनगर व रुड़की में बुधवार को अधिकतम तापमान 42.0 डिग्री, हरिद्वार के 39.3 डिग्री, कोटद्वार में 39.6 और देहरादून, रुद्रप्रयाग व पंतनगर में 38.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हिमाचल के उच्च पर्वतीय क्षेत्र केलंग में भी न्यूनतम तापमान 9.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है जो सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक है।

गौरतलब है कि यहां आए दिन बर्फ पड़ती रहती है और सर्दियों में यह इलाका महीनों बर्फ से ढका रहता है। प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में तापमान सामान्य से छह से सात डिग्री अधिक चल रहा है। दिन के समय गर्म हवाओं के कारण लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो रहा है। राज्य में बुधवार को सबसे अधिक तापमान ऊना में 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जम्मू लू के थपेड़ों से परेशान है, तो कश्मीर में भी तापमान समान्य से कई डिग्री सेल्सियस ऊपर पहुंच गया है।

न्यूनतम तापमान ने भी रिकार्ड तोड़ा

दिल्ली एनसीआर में शरीर को झुलसा देने वाली गर्मी से बुधवार को भी राहत नहीं मिली। लू के थपेड़े दिन भर तो पड़े ही, रात में भी उसका असर रहा। गर्म हवाओं से रात में भी निजात नहीं मिली। मंगलवार की तुलना में बुधवार को दिन के अधिकतम तापमान (44.9 डिसे) में कोई खास अंतर नहीं रहा, लेकिन न्यूनतम तापमान चार डिग्री बढ़ गया। बुधवार को दिन का न्यूनतम तापमान 30.3 दर्ज किया गया, जोकि इस सीजन का रिकॉर्ड है।

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अधिकतम के साथ-साथ न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी से गर्मी अपना असर दिखा रही है। अगले दो-तीन दिनों तक राहत मिलने के कोई आसार नहीं हैं। हालांकि सप्ताह के अंतिम दिनों में लू का असर कम होगा, क्योंकि पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में 24 मई तक मौसम में बदलाव की उम्मीद है। बुधवार को दिल्ली के पालम इलाके में सर्वाधिक तापमान (46.7) रिकॉर्ड किया गया। बुधवार को दक्षिणी पश्चिमी हवाएं चलने से रात तक गर्म हवाएं चलीं। दिन के अधिकतम व न्यूनतम तापमान में सामान्य से अधिक की बढ़ोतरी से हवा में नमी की मात्र भी कम दर्ज की गई। अधिकतम नमी 40 और न्यूनतम 18 फीसद रही। गुरुवार को भी मौसम का ऐसा ही मिजाज रहेगा। इस दौरान दिन का अधिकतम व न्यूनतम तापमान 45 व 31 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।

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