मुंबई । छह माह की एक बच्ची यहां डीवाई पाटिल अस्पताल में भर्ती है। उसकी जांघ की हड्डी टूट गई है और रीढ़ की हड्डी में चोट है। उसके संवेदनशील अंगों में सूजन है और होठों पर खरोंच के निशान हैं। बच्ची का यौन उत्पीड़न होने का संदेह है। इस बच्ची का इलाज कर रहे डॉक्टर उसकी मां की इस बात पर भरोसा करने को तैयार नहीं हैं कि उसे यह चोट दस साल की एक लड़की के हाथ से फिसल कर गिर जाने से ही आई है।
कहानी के मुताबिक पड़ोस में रहने वाली वह लड़की उस अबोध को हवा में उछाल रही थी तभी गिर पड़ी। पिंपरी पुलिस ने उस लड़की को बच्ची को गंभीर रूप से चोट पहुंचाने के मामले में हिरासत में ले लिया है। पीड़िता चार भाई-बहनों में तीसरी लड़की है। उसका पिता गुब्बारे बेचता है और मां कबाड़ चुनती है। इस तरह रोटी का इंतजाम होता है।
चाइल्डलाइन के सामाजिक कार्यकर्ताओं के प्रयास के बाद शनिवार की रात यह मुकदमा दर्ज हुआ। चाइल्ड लाइन की निदेशक अनुराधा सहस्त्रबुधे ने मामले की पूरी जांच कराने की मांग की है। उनका कहना है कि हो सकता है कि उस बच्ची के साथ दस साल की लड़की के अलावा किसी और ने यह कृत्य किया हो। ऐसा इस वजह से कि जब उस लड़की ने बच्ची को उसकी मां के हवाले किया तो वह बेहोश थी और उसके होंठ नीले पड़ गए थे।
डॉक्टरों ने नाम उजागर न करने की शर्त पर कहा कि चार-पांच फीट से गिरकर बच्ची की जांघ की हड्डी टूट जाए और रीढ़ की हड्डी में चोट आए ऐसा असंभव है। इसके अलावा बच्ची के होंठ पर खरोंच व संवेदनशील अंगों में सूजन क्यों है