जागरण संवाददाता, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जून में सक्रिय मानसून सारे रिकार्ड तोड़ने पर आमादा है। शुक्रवार पूरी रात बारिश हुई और शनिवार को भी यह क्रम जारी रहा। इस एक दिन की बारिश ने बीते 112 साल का रिकार्ड तोड़ दिया। कई स्थानों पर बारिश में ट्रैक पर पेड़ गिरने और पानी भरने से रेल यातायात बाधित हो गया। गोरखपुर, छावनी, खलीलाबाद और बस्ती रेलवे स्टेशन परिसर पानी से लबालब भरा हुआ है।
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गोरखपुर में शनिवार सुबह तक 400 मिमी वर्षा हुई। यह अब तक का रिकार्ड है। 1901 से 2013 तक पूरे मानसूनी सीजन 24 घंटे के भीतर कभी भी इतनी वर्षा नहीं हुई थी। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक गोरखपुर और आसपास के क्षेत्र में 30 जून से चार जुलाई तक रिकॉर्ड बारिश की संभावना है।
शनिवार सुबह 8.30 बजे तक 723 मिमी वर्षा हो चुकी है। इलाहाबाद में एक दर्जन मोहल्लों के घरों में दो-तीन फिट पानी भर गया। बस्ती में शनिवार भोर खपरैल का मकान ढहने से पति-पत्नी की मौत हो गई और परिवार के तीन सदस्य घायल हो गए। देवरिया में मकान ढहने से वृद्धा की मौत हो गई।
दो दिन की बारिश और बांधों से छोड़े जा रहे पानी के कारण नदियां फिर डराने लगीं हैं। कानपुर में शुक्रवार शाम जलस्तर चेतावनी बिंदु से 60 सेमी ऊपर रहा। फर्रुखाबाद, हरदोई, कन्नौज, हरदोई और बांदा में बाढ़ भयावह दिखी जबकि उन्नाव, कानपुर, रायबरेली और फतेहपुर में बाढ़ के हालात बनने लगे हैं। फर्रुखाबाद और हरदोई में भी गंगा का जलस्तर बढ़ गया। कन्नौज में गंगा का जलस्तर हर घंटा एक सेमी बढ़ रहा है। फतेहपुर में 50 से अधिक गांव पानी से घिर गए हैं। वाराणसी में गंगा का जलस्तर एक सेंटीमीटर प्रतिघंटे के हिसाब से बढ़ रहा है।