बाड़मेर . आज भी हमारे समाज में किस तरह बेटे और बेटियो में भेदभाव होता है व् किस तरह एक माँ को बेटा पैदा न करने पर उसका अपना परिवार ही उसका दुश्मन बन जाता है ऐसा ही एक मामला बाड़मेर जिले के चोहटन थाने के सोडियार गाव का है जिसमे पीहर पक्ष का आरोप है कि उसकी बहन को महज इस लिए हत्या कर दी गई क्योकि उसके चार मासमू बेटिया थी वह अपने परिवार को बेटा नहीं दे पाई इस घटना ने एक बात तो साफ़ कर दी कि आज भी हमारे समाज में बेटियो को लिए जगह
खेमी देवी का विवाह हनुमाराम से आज छ साल पहले बड़ी धूमधाम से हुआ था और उसके बाद खेमी देवी अपने ससुराल बड़ी खुश थी खेमी देवी ने एक के बाद एक चार बेटियो को जन्म दे दिया तो उसके ससुराल पक्ष के लोग जेसे ही उसकी बेटी पैदा होती तो एक के बाद एक उसे घ्रणा करना शरू कर दिया फिर खेमी देवी के साथ ससुराल के लोग कभी मारपीट करते तो कभी मानसिक रूप से परेशान करते थे इस बीच कई बार खेमी देवी के पीहर पक्ष ने हनुमानराम को समझाया कि बेटा ही पैदा करना मेरी बहन के हाथ में नहीं है यह तो सब भगवान के हाथ में है लेकिन खेमी देवी के ससुराल वालो को तो सिर्फ बेटे कि चाहत थी जब आखिर में जब चौथी बेटी पैदा हुई तो खेमी देवी का जीना बेहाल कर दिया
मृतक खेमी देवी के भाई पनराम के अनुसार मेरी बहन अपने वारिस नहीं दे पाने के कारन उससे बार मानसिक रूप से लम्बे समय से परेशान कर रहे थे मेरी बहन के चार बेटिया थी यह उसका कसूर था इसी लिए मेरी बहन को उसके परिवार ने मार दिया और अब वो कह रहे है कि उसने फासी खाई है लेकिन हकीकत यह है कि उसकी हत्या कर दी गई है अब मेरी बहन के हत्यारो को कडी से कड़ी सजा मिले ताकि उसकी आत्मा को शांति मिले
इस पुरे मामले के सामने आने के बाद पुरे इलाके में सनसनी फेल गई पुलिस को इस घटना जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए बाड़मेर लेकर आई है पुलिस के अनुसार अभी तक हमें इस मामले में कोई रिपोट प्राप्त नहीं हुई है मृतक महिला के चार बेटिया है और इसकी शादी छ साल पहले हुई थी इस मामले में जो भी आरोपी होगे उसे तत्काल गिरफ्तार कर दिया जाएगा
सरकार आज बेट और बेटियो में कोई भेदभाव नहीं होता है इसको लेकर समाज को जागृत करने के लिए कई योजनाए पुरे देश में चला रही है जिस पर करोडो रूपए खर्च होते है लेकिन जब इस तरह की घटनाए सामने आती है तो इन योजनाओ के प्रचार प्रसार पर कई सवाल खड़े हो जाते है खेमी देवी तो इस दुनिया में नहीं लेकिन उसने यह जरुर सोचा होगा कि अगले जन्म में मोहे बिटिया न दीजो
chandan singh bhati