राष्ट्रीय पक्षी मोरों की अजमेर में 26 व भीलवाड़ा में 5 की हत्या

bhilwara samacharभीलवाड़ा। पुलिस व वन विभाग की लापरवाही व ढिलाई के चलते अजमेर में 26 व भीलवाड़ा मंे 5 राष्ट्रीय पक्षी मोरों की हत्या कर दी गई। पीपुल फॉर एनीमल्स के प्रदेश प्रभारी बाबूलाल जाजू ने मोरों की हत्या की अलग-अलग घटनाओं को लेकर अजमेर व भीलवाड़ा पुलिस अधीक्षक को प्राथमिकी दर्ज कराई है। जाजू ने आगे बताया कि अजमेर जिले के अजयपाल गांव के वन क्षेत्र में 13 मार्च गुरूवार शाम को 4 बजे 11 राष्ट्रीय पक्षी मोरों के शव बरामद हुए, मोरों के 4 शव 14 मार्च को और बरामद हुए। इससे पूर्व 15 फरवरी को अजमेर जिले के बोराड़ा के पास रामसिंहपुरा में 11 मोरों की हत्या की गई। हत्यारों का पता पुलिस व वन विभाग आज तक नहीं लगा पाया है। भीलवाड़ा जिले के जहाजपुर के पास छाबड़िया गांव में 14 मार्च को 5 मोर मृत अवस्था में मिले हैं। जाजू ने आगे बताया कि राष्ट्रीय पक्षी मोर प्रथम अनुसूची में सूचीबद्ध है। मोर की हत्या वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 का खुला उल्लंघन है व अधिनियम के तहत दण्डनीय अपराध होकर गैर जमानती है व राष्ट्रीय पक्षी मोर की हत्या पर 7 वर्ष की सजा व 50 हजार रूपये से 5 लाख रूपये तक के जुर्माने का प्रावधान भी है। किन्तु वन और पुलिस विभाग की ढिलाई के चलते राजस्थान में प्रतिदिन 10 राष्ट्रीय पक्षी मोरों की हत्या हो रही है। दोनों विभाग हाथ पे हाथ धरे बैठे हैं।
जाजू ने वन व पुलिस प्रशासन को चेताते हुए कहा है कि जल्द ही हत्यारांे का पता लगाए अन्यथा राष्ट्रीय पक्षी मोरों को बचाने के लिये जयपुर मंें धरना आन्दोलन की शुरूआत की जायेगी।

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