टोंक : हथौना गांव के निवासी कई दिनों से बुखार की चपेट में

टोंक जिले का हथौना गांव के निवासी पिछले कई दिनों से बुखार की चपेट में है। और अब धीरे-धीरे बुखार डेंगू का रूप लेने लग गया है। आखिर कैसे फैला डेंगू का कहर गांव में क्यो  अधिकारी नहीं कर रहे डेंगू की पुष्टि पेश है रिपोर्ट

पुरूषोत्तम जोशी
पुरूषोत्तम जोशी

पिछले पांच दिनों चिकित्सा विभाग ने करीब 200 रोगियों की खुन की जांच कराई इनमें से मात्र 21 लोगों के नमूने जयपुर भेजे गए है। इनमें से करीब 17 रोगियों को डेंगू एनएस-1 होने की जानकारी मिली है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी बृजेश गुप्ता की माने तो टोंक के सआदत अस्पताल मेंं करीब 45 लोगों को उपचार के लिए भर्ती किया गया है और सबका उपचार जारी है।

जानकार सूत्रों की माने तो करीब 21 लोग डेंगूू की चपेट में है जिनकी सैम्पल जयपुर जांच के लिए भेजे गए है। लेकिन चिकित्सा विभग के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डेंगू के रोगी से साफ इनकार कर रहे । लेकिन गांव मे जाकर हालात देखे तो रोगी मरीजों की तस्वीर कुछ और ही बयान करती है जहां घर-घर में चूल्हे जलाने वाली महिला भी बीमार पड़ी है और बच्चे रोते बिलखते दिखाई दे रहे है। ग्रामीणों की माने तो करीब 400 परिवारों के सदस्यों को तेज बुखार,बदन दर्द,जुखाम,खांसी,उल्टी,दस्त जैसी शिकायते है।
हथोना गांव से टोंक के सआदत अस्पताल में मरीजों  का लगातार आने का सिलसिला जारी है। अस्पताल में एक-एक बैड पर दो-दो मरीज तक लेटा दिए जा रहे,,मरीजों का बुखार से बदहाल हो रहा है। लेकिन चिकित्सा अधिकारी कारगर उपाय नहीं कर रहे है।
टोंक के हथौना गांव में जिस प्रकार बुखार का प्रकोप फैला है उससे  तो ऐसा ही लगता है कि जिले के डॉक्टर और अधिकारी इस भीषण गर्मी मे आमजन को तबीयी की जगह खुद की तबीयत को लेकर ज्यादा ही गम्भीर है तब ही तो कागजों  में दौड़ रहे है कई अभियान और कार्यक्रम,,हालांकि जी मीडिया की खबर के बाद जिले के जनप्रतिनिधि जागे और आज अस्पताल का दौरा कर मरीजों के हाल चाल जाने है लेकिन अब देखने वाली बात यह होगी की क्या हथौना में जारी कहर खत्म हो पाएगा या फिर कोई जान लील जाएगा यह कहर,,क्या समय रहते चेतेंगे अधिकारी या फिर जिले के दू सरे गांव में अधिकारियों की लापरवाही से कोई टूटेगा दूसरा कहर।
टोंक से पुरूषोत्तम जोशी की रिपोर्ट
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