बीकानेर। कोई पेयजल की नियमित आपूर्ति न होने की शिकायत लेकर आया तो किसी ने इसकी गुणवत्ता न होने की बात कही। कोई चाहता था कि उसका स्थानांतरण बीकानेर हो जाए तो किसी के पास अतिक्रमण हटाने का प्रार्थना-पत्रा था। एक महिला ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रूप में नियुक्ति की मांग की तो विशेष योग्यजन ने पेंशन चालू करवाने की।
ऐसे कईं दृश्य देखने को मिले ‘सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम के तहत सोमवार को राजकीय डूंगर महाविद्यालय में आयोजित पंचायत स्तरीय जनसुनवाई में। प्रत्येक परिवादी के हाथ में प्रार्थना-पत्रा था तो मन में विश्वास था कि उनके बीच आई सरकार, उनकी समस्याओं को सुनेगी और उनका यथा-संभव समाधान होगा। एक ओर जहां परिवादी विश्वास के साथ अपनी बात रख रहे थे तो दूसरी ओर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्राी डॉ अरूण चतुर्वेदी ने लगभग तीन घंटे तक सैकड़ों लोगों की समस्याओं को पूर्ण गंभीरता से सुना और तत्काल संबंधित अधिकारी से प्रकरण की वस्तु-स्थिति की जानकारी प्राप्त की।
डॉ चतुर्वेदी ने अधिकारियों को हिदायत दी कि जनसुनवाई में आने वाले प्रकरणों को प्राथमिकता से निस्तारित किया जाए। प्रत्येक प्रकरण के निस्तारण की समय सीमा तय करते हुए प्रार्थी को राहत प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोई समस्या पंचायत या जिला स्तर की है तो उसे, उसी स्तर पर शीघ्र निस्तारित किया जाए तथा यदि प्रकरण राज्य सरकार के स्तर का है तो उसे सरकार को प्रेषित किया जाए। उन्होंने कहा कि अधिकारी, आम व्यक्ति के हित के कार्यों को बेवजह लंबित न रखें। ऐसा पाए जाने पर संबंधित कार्मिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम को देखते हुए पेयजल और विद्युत की नियमित और गुणवत्तापूर्ण आपूर्ति पर विशेष नजर रखी जाए। आमजन की छोटी-छोटी समस्याओं का निस्तारण विभाग स्तर पर करने के प्रयास करें।
आए पंद्रह सौ से अधिक आवेदन
पंचायत स्तरीय जनसुनवाई के दौरान पंद्रह सौ से अधिक लोगों ने विभिन्न समस्याओं को लेकर आवेदन प्रस्तुत किए। आवेदन के पंजीकरण के लिए जनसुनवाई स्थल पर छह अलग-अलग काउंटर बनाए गए थे। प्रकरण के पंजीकरण के बाद परिवादी को टोकन नंबर प्रदान किए गए। परिवाद के संबंध में कार्रवाई होने के बाद इसके आधार पर ही परिवादी को सूचित किया जाएगा। जनसुनवाई स्थल पर विभिन्न विभागों के काउंटर स्थापित किए गए। इनमें संबंधित विभागों के अधिकारी एवं कार्मिक रिकॉर्ड सहित उपस्थित रहे तो सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बैनर्स एवं फ्लेक्स भी लगाए गए थे।
शीघ्र लाभांवित करने के निर्देश
जनसुनवाई के दौरान विशेष योग्यजनों के समूह ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्राी के समक्ष पेंशन और सहायक उपकरण उपलब्ध करवाने की मांग रखी। उन्होंने बताया कि आवेदन के बावजूद अब तक इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इसे गंभीरता से लेते हुए डॉ चतुर्वेदी ने मौके पर प्रकरण की वस्तुस्थिति की जानकारी प्राप्त की तथा कहा कि तत्काल कार्रवाई करते हुए सभी पात्रा व्यक्तियों को पेंशन स्वीकृत की जाए।
एक माह में शुरू करना होगा उदयरामसर जीएसएस
उदयरामसर निवासियों ने लम्बे समय से अटके पड़े जीएसएस का निर्माण शीघ्र करवाने तथा विद्युत आपूर्ति शुरू करवाने की मांग रखी। इस संबंध में डॉ चतुर्वेदी ने बताया कि लाइनिंग का कार्य चल रहा है तथा आगामी एक माह में इसे शुरू कर दिया जाएगा। परिवादियों ने कमला कॉलोनी चौखूंटी के पश्चिम में बठिंडा रेलवे लाइन पुलिया के पास बाइपास नाले का लेवल सुधारने तथा इसे पुनः चालू करवाने, मोहता सराय के पास से सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाने, खारा में आरयूबी बनवाने, अक्कासर में पाइप लाइन बदलवाने जैसी शिकायतें रखी।
बख्शी को मिला संबल
जनसुनवाई विशेष योग्यजन बख्शी के जीवन में नई रोशनी लेकर आई। करणीनगर में रहने वाली विधवा बख्शी ने बताया कि गत दिनों उसके पति का निधन हो गया। अचानक हुए इस हादसे से उसके जीवन में गहरा अंधेरा छा गया। इसे संवेदनशीलता से लेते हुए डॉ चतुर्वेदी ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक को बख्शी को विश्वास और उसके बच्चे को पालनहार योजना के तहत लाभांवित करने के निर्देश दिए। बख्शी ने बताया कि उसे पेंशन पहले से ही मिल रही है।
जनसुनवाई के दौरान बीकानेर पश्चिम विधायक डॉ गोपाल जोशी, बीकानेर पूर्व विधायक सिद्धि कुमारी, लूनकरनसर विधायक मानिक चंद सुराणा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के प्रमुख शासन सचिव डॉ मंजीत सिंह, संभागीय आयुक्त सुबीर कुमार, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त नत्थूराम, अतिरिक्त कलक्टर (नगर) दुर्गेश कुमार बिस्सा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
सेवा आश्रम विमंदित गृह का औचक अवलोकन किया
बीकानेर। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्राी श्री अरूण चतुर्वेदी ने सोमवार को सेवा आश्रम विमंदित गृह का औचक अवलोकन किया। इस अवसर पर चतुर्वेदी ने विमंदित बच्चों एवं महिलाओं से लगभग आधे घंटे तक पूर्ण तन्मयता से बातचीत की तथा उनके हाल जाने। उन्होंने सेवाश्रम के कार्यों की सराहना की तथा साफ-सफाई एवं अन्य व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया। सेवाश्रम के संचालक भीष्म कौशिक ने उनहें संस्था के कार्यों से अवगत करवाया।
इस दौरान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के प्रमुख शासन सचिव डॉ मंजीत सिंह, उपनिदेशक रीना शर्मा, संदीप कुमार साथ थे। संस्था की ओर से डॉ गजेन्द्र वर्मा, लक्ष्मण खत्राी, आदर्श शर्मा, राजकुमार भाटिया आदि मौजूद थे।
-मोहन थानवी