
आज विश्व के देश में हो रहे रेलवे के प्रगति को देखे तो लगता है भारतीय रेल बहुत ही पिछे है। जापान रेलवे आज 500-550 कि0मी0 प्रतिघंटा मे रफतार से रेल चलाने जा रहा है। चाइना (चीन) रेलवे 300-350 कि0मी0 प्रतिघंटा मे रफतार से रेल चला रहा हैं। युरोपियन देशो में तो रेलवे हवाई सफर की तरह ही सुविधाजनका और सुरक्षा के दृष्टि से बेहतर है। जब भारतीय रेलवे की ओर देखते है तो बहुत ही दुःख होता हैंै। भारत मे आम आदमी की सवारी पेसंजर रेल की गति मात्र 40 से 50 कि0मी0 प्रतिघंटा है और एवेरेंज स्पिड 36 कि0मी0 हैं। वही 1969 में भारतीय रेल ने राजधानी रेल की शुरूवात की जिसकी रफ्तार 140 कि0 मी0 है, फिर 1988 में शताब्दी रेल की घोषणा हुई जिसकी रफ्तार 162 कि0मी0 हैं तथा एवेंरेज स्पिड 91 कि0मी0 है। जो आजत क सबसे अधिक माना जाता हैं। इस बजट में हाई स्पिड रेल की घोषणा करके हमारे रेल मंत्री जी ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का सपने को साकार करने का कार्य किया है। विश्वस्तरिय स्टेशन हाई स्पिड टेªन अन्य आधुनिक सुविधा बढ़ने से या़ित्रयांे को स्वाभाविक रूप से लाभ होगा।
सांसद देवजी पटेल ने कहा कि मैं इस बजट से पूर्ण विश्वास करता हॅू हर तरह से यह आशावादी बजट है यह बजट झुठा और सुनहरे सपने दिखाने वाला नहीं बल्कि हकीकत व धरातल पर उतरने वाल हैं। यह रेल बजट बहुत ही विकासात्मक है, हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने जिसकी सराहना करते हुए कहा की पहली बार इंडियन रेल अब सचमुच भारतीय रेल बन चुकी है। जिसमें पुरे देश को समान भाव से देखा हैं इसमें रफ्तार हैं इसका समान करता हॅू और रेल बजट का सर्मथन करता हूॅ।
सांसद देवजी पटेल ने कहा कि संसदीय क्षेत्र जालोर सिरोही में यात्री सुविधा विस्तार हेतु पिछले पांच वर्षो से लगातार संसद के अंदर व बाहर माॅग करता रहा हॅू, उन्हें प्राथमिकता जो निम्न हैं:-
1. जोधपुर-भीलडी (54821) सवारी गाड़ी हैं, उसे पालनपुर तक बढाया जाएं।
2. जोधपुर-अहमदाबाद एक्सप्रेस गाडी (14803/14804) जो साप्ताहिक है उसे प्रतिदिन किया जाएं।
3. जोधपुर-बंगलौर एक्सप्रेस (16508) जो सप्ताह में दो दिन चलती है एवं यशवंतपुर-जोधपुर एक्सप्रेस (16534) जो सप्ताह में एक दिन चलती हैं। इन दोनांे ट्रेनों को प्रतिदिन किया जाएं साथ ही इन दोनों ट्रेनों को तीन दिन वाया समदडी-भीलडी तथा तीन दिन वाया आबूरोड़ से चलाया जायें।
4. राजस्थान प्रदेश के बाड़मेर, जैसलमेर, जालोर, जिलांे के लोग अपने व्यवसाय के लिए गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, बंगाल इत्यादि प्रांतो में रहते हैं। इनका राजस्थान आना-जाना रहता हैं, परन्तु इन प्रवासियों के लिए सीधी रेल सेवा नहीं होने से कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ता हैं। इसलिए वर्तमान में जालोर एवं पालनपुर सिधी रेल सेवा से जोड़ा जाएं। जिसमें: (क) बैग्लोंर से जोधपुर वाया समदडी भीलडी, (ख) हैदराबाद से जोधपुर वाया समदडी-भीलडी, (ग) कोयम्बदुर से जोधपुर वाया समदडी भीलडी और (घ) चेन्नई से जोधपुर वाया समदडी भीलडी
5. दादर-जोधपुर-बीकानेर एक्सप्रेस (12490) को साप्ताह में प्रत्येक दिन चलाया जाएं।
6. अहमदाबाद से आबुरोड मेमो ट्रेन को फालना तक बढाया जाएं। यह ट्रेन रात में आबुरोड में रहती हैं। अतः इसे फालना तक बढ़ाने से यहाॅ के नागरिकों को सुविधा होगी तथा रेलवे के आय में भी वृद्धि होगी।
7. जालोर और सिरोही जिला केन्द्र को रेलवे नेटवर्क से जेाड़ा जाएं, इसके लिए पूर्व सर्वे कार्य भी हो चुका हैं। जिसके तहत सिरोही को जालोर से रेलवे से जोड़ा जाने का प्रस्ताव हैं। लेकिन आज तक यह योजना मुर्तरूप नहीं ले पायी हैं
8. कांडाला से बाड़मेर वाया सांचैर पूर्व में प्रस्तावित रेल नई रेललाइन बिछाने की कार्यवाही की जाएं।
9. सिरोही रोड़ रेलवे स्टेशन पिण्डवाडा तहसिल में पड़ता हैं तथा सिरोही जिला मुख्यालय से इसकी दूरी लगभग 40 कि0मी0 हैं। अतः इस स्टेशन का नाम बदल कर पिण्डवाडा रेलवे स्टेशन रखा जाएं। जिससे इस मार्ग पर सफर करने वाले यात्रियों को भ्रम की स्थित न रहें।
10. भीनमाल रेलवे स्टेशन पर पैदल पार पथ का निर्माण कार्य वर्षाे से अधुरा पड़ा हुआ, उसे जल्द से जल्द पुरा करेन का कार्य किया जाएं।
11. जालोर सिरोही जिलों के सभी रेलवे स्टेशनों पर मुलभुत सुविधा जैसे पेयजल, शुलभ शौचालय, यात्री शेड, एटीएम इत्यादि।
chandan singh bhati