अजमेर में मुस्लिम सुरक्षित, फिर अमरनाथ में हिंदुओं पर हमले क्यों

praveen togariyaविश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी) के कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने सोमवार को फिर विवादास्पद बयान दिया। उन्होंने कहा कि अजमेर दरगाह में तो मुसलमानों पर हमला नहीं होता, वहीं अमरनाथ यात्रा के दौरान हिंदुओं पर हमला होता है। जयपुर में पत्रकारों से बातचीत में तोगड़िया ने कहा कि ने कहा कि जिसको जो कहना था वो मैंने कह दिया। मेरे कहने का मतलब स्पष्ट है कि भारत में कोई हिन्दुओं पर हाथ नहीं डाल सकता। उन्होंने कहा कि अमरनाथ यात्रा पर पत्थर पड़ेगा तो देश का हिंदू चुप नहीं रह सकता। मैंने जो कहा उस पर कायम हूं, और जिन्हें जो मैसेज देना था वो दे दिया। अमरनाथ के बेस कैंप में हिंसा के बीच तोगडि़या ने मुसलमानों को चेताते हुए कहा कि वे 2002 के गुजरात दंगों को भूल सकते हैं लेकिन पिछले साल मुजफ्फरनगर में हुए दंगे तो याद होंगे।

गौरतलब है कि गुजरात और मुजफ्फरनगर में हुए दंगों में ज्यादातर मुस्लिम मारे गए थे। तोगडिया ने कहा कि अगर आप हनुमान की पूंछ में आग लगाओगे तो लंका जल जाएगी। गोधरा की घटना के कारण गुजरात दंगे हुए। हिंदू युवती से दुष्कर्म की कथित घटना के चलते मुजफ्फरनगर दंगे हुए। तोगड़िया ने अमरनाथ यात्रियों पर हमला करने वालों को खुली चेतावनी देते हुए कहा था कि हिंदुओं के धैर्य की परीक्षा न ली जाए। हिंदू भी ईट और पत्थर उठा सकता है। उन्होंने कहा था कि अमरनाथ यात्रियों पर हमले से मुगलकाल की याद ताजा हो गई। बहुसंख्यकों की सहनशीलता को कमजोरी समझने की गलती न की जाए। वे भी ईट और पत्थर उठा सकते हैं। तोगडि़या ने आरोप लगाया कि जम्मू कश्मीर सरकार आतंकियों पर कार्रवाई से बच रही है। उल्लेखनीय है कि बालताल बेस कैप में सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में 40 लोग घायल हो गए थे। हिंसा उस वक्त भड़की थी जब खच्चर चलाने वालों और लंगर लगाने वालों के बीच झड़प हो गई थी।

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