जयपुर। भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं विधायक किरण माहेश्वरी नें कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार नें बांसवाड़ा में अति क्रांतिक ताप एवं आणविक विद्युत गृहों की स्थापना में मात्र बयानबाजी ही की है। स्वीकृति के 5 वर्षों बाद भी भूमि अधिग्रहण का कार्य ही पूरा नहीं हुआ है। परियोजना में आ रही वन भूमि का रुपांतरण भी अटका हुआ है। विद्युतगृहों की स्थापना में प्रगति शून्य है।
किरण माहेश्वरी के तारांकित प्रश्न से ज्ञात हुआ कि अभी तक इन विद्युत गृहों का निर्माण एवं संचालन करने वाली कंपनीयों के चयन की प्रक्रिया भी प्रारम्भ नहीं हुई है। ताप विद्युत गृह के लिए कोयला खनन क्षेत्र का आवंटन अथवा सहलग्नता भी स्वीकृत नहीं किया गया है। ताप विद्युत गृह से उर्जा उत्पादन कोयला खनन क्षेत्र के आवंटन, सफल निजी निविदाकार के साथ उर्जा क्रय अनुबंध के निष्पादन एवं रतलाम बांसवाड़ा रेल पथ निर्माण के 48 महिनें बाद ही प्रारम्भ हो सकेगा। रेल पथ निर्माण का कार्य भी अति धीमा है।
किरण नें कहा कि कांग्रेस नें 5 वर्ष केवल घोषणा करने और प्रतिपक्ष के चरित्र हनन में ही गंवा दिए। उनमें परियोजनाओं को समय पर पूरा करने की क्षमता एवं इच्छाशक्ति का अभाव था। ये योजनाएं वनवासी अंचल के विकास के लिए माल के पत्थर के समान थी।