बाड़मेर, सिंध के गौरवमयी इतिहास को युवा पीढ़ी को जानकारी देना ही अभ्यास वर्ग की सार्थकता है। ऐसे विचार भारतीय सिंधु सभा की ओर से पूज्य महंत गोंसाई निहालगिरी जी की मड़ी में दो दिवसीय प्रान्तीय कार्यकर्ता अभ्यास वर्ग के उद्घाटन सत्र में सभा के राष्टीय उपाध्यक्ष नवलराय बच्चाणी ने व्यक्त किए। भारतीय सिंधु सभा के मीडिया प्रभारी दिलीप बादलानी ने बताया कि अभ्यास वर्ग में श्री बच्चाणी ने सिंध के गौरवमयी इतिहास पर चर्चा करते हुए कहा कि वेदों की रचना सिंधु नदी के किनारे की गई । सनातन संस्कृति का उद्गम सिंध में हुआ। महान वीर पुरूष संत शायर व गायक सिंध की धरती से ही दुनिया में पहचान बनायी। सिंध ने हमेषा विदेषी आक्रमण सहे और 712 में राष्ट रक्षा के लिए सिंधुगति महाराजा दाहरसेन का बलिदान हुआ।
प्रदेष संगठन महामंत्री मोहनलाल वाधवाणी ने कहा कि सभा संगठन निरंतर सेवाकार्य करते हुए युवा व महिला वर्ग में संस्कार प्रदान करने का कार्य कर रही है। ऐसे अभ्यास वर्गो से सिंधु भाषा व संस्कृति का ज्ञान मिलता है। प्रारंभ से ही भारतीय सिंधु सभा का मुख्य ध्येय संगठन, सेवा एवं संस्कार रहा है। प्रदेष महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने कहा कि कार्यकर्ता की पहचान उसके कार्य की निरंतरता एवं समर्पण भाव से प्रदर्षित होती है। सभा पंचायत के साथ सहयोगी बनकर सामाजिक कुरितियों का भी नाष करने का कार्य करती है। इस अवसर पर सभा के संरक्षक झामनदास बख्ताणी एवं मिरचूमल कृपलानी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए सभा के निरंतर कार्यक्रमों की सराहना की ।
इस अवसर पर प्रेमप्रकाष आश्रम, अजमेर के संत राजू जी ने आर्षिवचन देते हुए सभा के प्रयासों की सराहना की एवं सनातन संस्कृति सेवा के लिए सहयोग की भी कामना की।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा इष्टदेव झुलेलाल, भारतमाता व शहीद हेमूकालाणी के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। हीरालाल साधवानी द्वारा देषभक्ति गीत प्रस्तुत किया गया। स्वागत भाषण जिलाध्यक्ष भगवानदास ठारवाणी व संगठन की चर्चा संभाग प्रभारी वासुदेव बसराणी ने दी।
इस अवसर पर पार्षद रोचोमल, गोपीकिषन शर्मा, टीकमचंद गंगवाणी, सुनिल सेवकाणी, राजू सायानी, भगवान दास आसवानी, हरीष जीवनाणी, मंगनमल झामनाणी, गोपालदास जीवनाणी, तोलाराम मेंघाणी, विजय कुमार जीवनाणी इत्यादि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
दो दिवसीय अभ्यास वर्ग का समापन कल 07 सितंबर दोपहर 2 बजे से होगा, जिसमें स्थानीय पंचायत व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहेंगे।
भगवान दास ठारवाणी
मो 9413989975