सीकर : नगर परिषद के सभापति पद पर कब्जा बरकरार रखने के लिए भाजपा अब की बार अल्पसंख्यक का कार्ड खेल सकती है.इस बात की संभावना निरन्तर बढती जा रही है.सियासी गलियारों में चर्चा है कि कल भाजपा के आ रहे पर्यवेक्षक संवाददाताओं के सामने इसकी घोषणा कर सकते है! सभापति के लिए संभवतः वाहिद चौहान का नाम हो सकता है.
भाजपा में अंदर ही अंदर चल रही उठा पटक के बीच हर सूरत में भगवा पार्टी चैयरमैन की कुर्सी पर कब्जा बनाया रखना चाहती है.कुछ समय पूर्व हुए उप चुनाव में भाजपा ने पहली दफा नगर के प्रथम नागरिक का ताज पहनकर कांग्रेस के अजय गढ़ को नेस्तनाबूत कर दिया था.इसी सफलता को दोहराने के लिए भाजपा ने कमर कसी है.पार्टी के लिए सत्ता में होना भी शकुन वाली बात है.
सीकर नगर परिषद के चुनाव में भाजपा का दबदबा कायम करने की पटखता लिखने का जिम्मा नीमकाथाना के विधायक प्रेम सिंह बाजौर को दिया गया है,अपने विधानसभा क्षेत्र के साथ साथ सीकर में भी कडी से कडी जोडने की कोशिश करेंगे,क्योंकि उसी के बाद बाजौर की भावी राजनीति का लेख लिखा जायेगा.
इधर सियासी हल्कों में भाजपा के मुस्लिम कार्ड खेले जाने की सुगबुगाहट से कांग्रेस में तो हलचल है ही साथ ही साथ बीजेपी में तगडी गर्माहट आ गई है.कुल मिलाकर भाजपा ने किसी अंल्पसंख्यक को सभापति का पहले से ही प्रत्याशी घोषित कर दिया तो निकाय चुनावों में सीकर के वाशिंदों को सर्दी के मौसम में गर्मी का अहसास होगा.