कैरियर डे इस बार अजमेर में कुछ अलग ही होगा

स्वामी विवेकानन्द जयन्ती (कैरियर डे) पर शिक्षा सम्बलन् कार्यक्रम
शिक्षा राज्य मंत्री की पहल पर शिक्षा सम्बलन् कार्यक्रम
अधिकारी लेगें सरकारी विद्यालयों के हालात का जायजा
अधिकारियों की रिपोर्ट पर बनेगा स्कूल के विकास का खाका
बच्चों को देगें कैरियर मंत्र और अधिकारी करेगें सीधे संवाद
सरकारी विद्यालयों में सामाजिक भागीदारी बढ़ाने के प्रयास

वासुदेव देवनानी
वासुदेव देवनानी

जयपुर। स्वामी विवेकानन्द जयन्ती पर मनाये जाने वाला कैरियर डे इस बार अजमेर में कुछ अलग ही होगा। शिक्षा राज्यमंत्री प्रो0 वासुदेव देवनानी की पहल पर पहली बार शिक्षा विभाग के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी भी सरकारी विद्यालय में जाकर विद्यार्थियों और शिक्षकों से संवाद् करेगें, समस्याएं समझेगें और समाधान की राह तलाशेगें।
शिक्षा राज्यमंत्री प्रो0 वासुदेव देवनानी ने बताया कि स्वामी विवेकानन्द समग्र शिक्षा के पैरोकार थे। उनके विचारों को विद्यार्थियों तक पहुंचाने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 12 जनवरी को उनकी जयन्ती मनाई जाती है और जयन्ती के अवसर पर छात्रों को कैरियर की पहचान कराने के उद्देश्य से कैरियर डे के रूप में मनाया जाता है।
अजमेर के सरकारी विद्यालयों से अजमेर में कार्यरत विभिन्न विभागों के अधिकारियों को जोड़ने और उनके जुड़ाव से समाज के विभिन्न वर्गों की सरकारी विद्यालयों में भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से इस बार शिक्षा सम्बलन् कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारियों को एक-एक विद्यालय की सीधी जिम्मेदारी दी गयी है।
उन्होनें बताया कि नियुक्त अधिकारी विद्यालय में जाकर विद्यालय की भौतिक स्थिति का तो जायजा लेगें ही, साथ ही विद्यार्थियों को कैरियर मंत्र भी देगें। वे वहां विद्यार्थियों और शिक्षकों से संवाद करके उनकी समस्याओं को समझेगें और उन समस्याओं के समाधान के लिए क्या हल हो सकते हैं, इस पर उनकी राय से समाधान तलाशने की कोशिश करेगें।
शिक्षा राज्यमंत्री ने बताया कि विद्यालयों की समस्याओं को जब अधिकारी स्वयं देख्रेगें तो उनकी भी समझ बढ़ेगी और वे समाज के गणमान्य नागरिक होने के नाते लोगों को इससे जोड़कर जनभागीदारी बढ़ा सकेगें। उन्होनें कहा कि हमारा प्रयास है कि राजकीय विद्यालयों का गौरव हम लौटायें, इसके लिए शिक्षकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों के साथ-साथ राज्य सरकार और प्रशासन के आला अधिकारी भी कंधे से कंधा मिलाकर भागीदारी निभायें।
उन्होनें बताया कि शिक्षा सम्बलन् कार्यक्रम में जाने वाले अधिकारी अपनी निरीक्षण रिपोर्ट सुझावों सहित 15 जनवरी तक जिला कलेक्टर को देगें, उसके बाद प्रत्येक विद्यालय के लिए विकास का रोडमैप बनाकर उसकी क्रियान्विति के प्रयास किए जायेगें।
शिक्षा राज्यमंत्री ने सभी से आग्रह किया कि वे 12 जनवरी को स्वामी विवेकानन्द जयन्ती के अवसर पर अपने निकटतम विद्यालय में जाकर अपनी सामाजिक भागीदारी निभायें, शिक्षकों और विद्यार्थियों का हौंसला बढ़ायें। उन्होनें स्वयंसेवी संस्थाओं और शिक्षक संगठनों से भी अपील की कि वे इस पुनीत कार्य में अपनी अधिकाधिक भागीदारी निभायें।

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