प्रदेश की पहली एडवेंचर एकेडमी जल्द

राज्य के पहले सिविलियन माउंट एवरेस्ट विजेता गौरव शर्मा शुरू करेंगे यह एकेडमी, भानगढ़ के समीप बनाई जाएगी, पहले चरण में पांच बीघा से शुरू होगी, चंद महीने में पूरी तरह बनकर तैयार
proprosed photo-2proprosed photo-1जयपुर। हिमालयमैन के उपनाम से विख्यात राज्य के पहले सिविलियन माउंट विजेता एवरेस्ट गौरव शर्मा जल्द ही प्रदेश की पहली एडवेंचर एकेडमी खोलने जा रहे हैं। यह एकेडमी युवाओं के लिए स्पोट्र्स इवेंट्स, ऑप्स्टिकल्स और एडवेंचर कैंपिंग के लिहाज से मील का पत्थर साबित होगी। इस एकेडमी में रेस्क्यू ट्रेनिंग, रिवर राफ्टिंग, सेल्फ-हैल्प ट्रेनिंग, पैरासेलिंग, स्विमिंग, स्पोट्र्स पर्सनेलिटी ग्रूमिंग प्रोग्राम्स, रॉक क्लांबिंग व रैलिंग, आपदा प्रबंधन और आर्टिफिशियल वॉल क्लाइंबिंग जैसे कई हुनर सिखाए जाएंगे। यह एकेडमी जयपुर से करीब 75 किमी दूर अलवर जिले के भानगढ़ गांव के समीप बनाए जाने की संभावना है। एकेडमी शुरुआत में पांच बीघा से प्रारंभ की जाएगी, जिसे बाद में बढ़ाकर दस बीघा तक किया जाएगा।

ऐसे काम करेगी एकेडमी
एकेडमी के लिए जमीन खरीदने और अन्य निर्माण कार्य गौरव शर्मा खुद कराएंगे। चंद महीने में पूरी तरह बनकर तैयार होने वाली इस एकेडमी में शुरुआत में स्कूल-कॉलेज के बच्चों, एनसीसी-एनएसएस के छात्रों, सामाजिक संस्थाओं के सदस्यों, कॉरपोरेट मेंबर्स का सामना एडवेंचर लाइफ से कराने के साथ ही उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। पहले-पहल प्राथमिक जानकारी, आपदा प्रबंधन कौशल, एडवेंचर प्रशिक्षण आदि दिया जाएगा। इसके अलावा सेमिनार, वर्कशॉप्स, युवा विकास कार्यक्रम, रेस्क्यू ट्रेनिंग व एडवेंचर एक्टिविटीज भी कराई जाएंगी।

…जो मेरी याद दिलाए
Gaurav Sharma-1बकौल गौरव, जीवन में जाने से पहले कुछ करके जाना चाहता था। इस सोच को पूरा करने के लिए एकेडमी खोलने का खयाल जेहन में आया। तमाम उम्र युवाओं के लिए व युवाओं के साथ काम करने की हसरत रखने वाले गौरव का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय सुख-सुविधाओं से युक्त प्रदेश की यह पहली एकेडमी बनाने का सपना हर हाल में पूरा करेंगे। इसमें दक्ष प्रशिक्षकों की ओर से बच्चों को भविष्य के खिलाड़ी के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि वे आगे चलकर एडवेंचर स्पोट्र्स में देश-प्रदेश का नाम रोशन कर सकें। गौरतलब है कि गौरव प्रदेश के पहले सिविल पर्वतारोही हैं, जिन्होंने माउंट एवरेस्ट ही नहीं, बल्कि कई दुर्जेय शिखर फतह किए हैं। गौरव ने अपना माउंट एवरेस्ट अभियान 70 दिन में पूरा कर 20 मई, 2009 को एवरेस्ट पर तिरंगा लहराया था। इके साथ ही वे अब तक तीन सौ यूथ एडवेंचर प्रोग्राम्स भी संचालित कर चुके हैं। गौरव को अब तक अंतरराष्ट्रीय सहित देश-प्रदेश स्तर के 15 से अधिक अवॉर्ड मिल चुके हैं। इनमें भारत गौरव-2010, भारत गौरव अदम्स साहस पुरस्कार, नेशनल ब्रेवरी अवॉर्ड, अंतरराष्ट्रीय सागरमाथा स्वर्ण महोत्सव पदक एवं राजस्थान अनमोल रत्न भी शामिल है।

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अमित बैजनाथ गर्ग, प्रेस एडवाइजर
+91 9680871446, 7877070861

गौरव शर्मा, पर्वतारोही
+91 9784564000

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