के निर्माता बाबा साहेब अम्बेडकर की याद को ताजा रखने और लोगो को उनकी
देश के प्रति समर्पण की भावना से अवगत करवाने के मकसद से मांग की है कि
अंबेडकरवाद को केन्द्र एंव राज्य के अनिवार्य पाठ्यक्रम में शामिल किया
जाये।
संगठन के प्रदेशाध्यक्ष नोरतराम लोरोली ने कहा कि अगर सरकार अंबेडकरवाद
को राज्य व केन्द्रीय पाठ्यक्रम में शामिल करती है तो यही बाबा साहेब को
125वीं जयंती पर सच्ची श्रृध्दांजली होगी। लोरोली ने कहा कि मानव को मानव
से जोडने को ही अंबेडकरवाद कहा जाता है,संगठन जल्द हस्ताक्षर अभियान
चलाकर लोगो तक यह मांग पहुंचायेगा।
प्रधानमंत्री,मानव संसाधन मंत्री व राज्य के शिक्षामंत्री को ज्ञापन
भेजने वालों में प्रदेशाध्यक्ष नोरतराम लोरोली,जितेन्द्र देवठिया,अमरचंद
पलाड़ा,धर्मपाल यादव,आसिफ मौजूद थे।
I support you
JAY BHIM
This is right decision DASFI.
It should be included in the study couse