सत्ता भाव से नही सेवा के भाव से राजनीति में- सांसद राठौड़

IMG_20150713_140659546राजसमन्द। सांसद और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामन्त्री हरीओम सिंह राठौड़ ने कहा की वे सत्ता के भाव से नही सेवा के भाव से राजनीति में आये हें और अभी तक गरीब को गणेश और जनता को सर्वोच्च सत्ता के रूप में ही देखा हे। सांसद कक्ष में जनता से रूबरू होते हुए सांसद राठौड़ ने कहा की विश्वसनीयता और पारदर्शिता भी राजनीतिक कार्यकर्ता के लिए ब्रह्मास्त्र सिद्ध हो सकते हैं चाहे वह किसी भी विचारधारा से प्रेरित हो। सांसद राठौड़ ने संत भूरी बाई का उदाहरण इंगित करते हुए कहा की व्यक्ति को अपने अहं का भी निरीक्षण करना चाहिए। दूसरों के चित्त की हालत तो कोई भी पूरी तरह नही समझ सकता परन्तु अपने अंतर में स्थित परमपिता तो सब जानता हे। इसलिए राजनीतिक क्षेत्र में कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं को सावधानी के साथ समय समय पर स्वयम का आत्म निरीक्षण भी करते रहना चाहिए। भाजपा संसदीय क्षेत्र मीडिया संयोजक मधुप्रकाश लड्ढा ने बताया की सांसद राठौड़ ने प्रातः 11.30 बजे से कलेक्ट्री स्थित सांसद कक्ष में जनसुनवाई करते हुए नगर और ग्रामीण क्षेत्र से आये लोगों की समस्याओं का निस्तारण किया। वीरभान जी का खेड़ा में सर्विस लाइन और डिवाइडर पर कट की मांग पर सम्बंधित हाइवे ऑथोरिटी के अधिकारियों से भी बात की। जनसुनवाई दोपहर दो बजे तक चली। इस दौरान पूर्व जिला अध्यक्ष नन्दलाल सिंघवी, पूर्व चेयरमेन महेश पालीवाल, जिलामंत्री गोपाल कृष्ण पालीवाल, पूर्व विधायक बंशीलाल खटीक, पूर्व मण्डल अध्यक्ष प्रवीण नन्दवाना, पसुंद सरपंच बंशीलाल सालवी, कुंवारिया के भाजपा नेता सुखलाल यादव, रेलमगरा मण्डल अध्यक्ष गोविन्द सोनी, राजकुमार अग्रवाल, भाजयुमो नगर अध्यक्ष धीरज पुरोहित, पार्षद और महामन्त्री हिम्मत कुमावत, पार्षद रमेश खिंची, गिरिराज सोनी, दीपक शर्मा, कैलाश रेगर सहित कार्यकर्त्ता उपस्थित थे।

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