मेरा अधिकार द्वारा मिलावट को लेकर की गई खुली चर्चा

– दूध में मिला रहे हैं स्टार्च और पेन्ट
– बाजार में बिक रहा है प्लास्टिक का चावल
– जनसहयोग से ही रूक सकती है मिलावट: सीएमएचओ
– अपने अधिकार समझे जनता: पूर्व जस्टिस

JKS_5597जयपुर । खाद्य पदार्थों में मिलावट केवल स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों से नहीं रूक सकती, इसके लिए जनता को भी आगे आना होगा। यह बात जयपुर के प्रथम सीएमएचओ नरोत्तम षर्मा ने ’मेरा अधिकार’ संस्था द्वारा रविवार को होटल नीलम में आयोजित की गई खुली चर्चा में मुख्य वक्ता के रूप में कही। कार्यक्रम में राजस्थान हाईकोर्ट के सेवानिवृत जस्टिस पानाचन्द जैन एवं अन्य गणमान्य लोग भी षामिल हुए।
सीएमएचओ षर्मा ने कार्यक्रम में बताया कि खाने के अधिकांष उत्पादों में मिलावट की जा रही है। उन्होंने दूध में पेन्ट और स्टार्च एवं महंगे तेल में सस्ते तेल की मिलावट का जिक्र किया। षर्मा ने बताया कि बाजारों में चाइना निर्मित प्लास्टिक के चावल तक मिलावट में काम आ रहे हैं। वहीं दूसरी और एक प्रष्न के जवाब में उन्होंने खुला मसाला और खुला तेल बेचना गैर कानूनी बताया। सब्जियों में मिलावट के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि कच्चे फलों को कार्बोहाइट्रेड से पकाया जा रहा है, जो कि केन्सर का कारण बनता है। वहीं उन्होंने सब्जियों को उबालकर एवं छीलकर काम में लेने की हिदायत दी।
मेरा अधिकार के संयोजक दीपक षर्मा ने बताया कि कार्यक्रम में मेरा अधिकार के संरक्षक राजस्थान हाईकोर्ट के सेवानिवृत जस्टिस पी.एल. जैन ने भी मिलावट जैसी गंभीर समस्या पर अपने विचार रखे। जैन ने मिलावट संबंधी कानून में सुधार की आवष्यकता बताई और आमजन को अपने अधिकारों को समझने पर जोर दिया।
कार्यक्रम में मेरा अधिकार के निदेषक सुरेन्द्र हरसाना, हंस कुमार षर्मा एवं रेनु षर्मा तथा मेरा अधिकार के प्रमुख दीपक षर्मा ने मेरा अधिकार के विचारों से आमजन को रूबरू कराया और मिलावट की रोकथाम के प्रयास करने का संकल्प लिया। मंच संचालन कुलदीप गुप्ता ने किया। कार्यक्रम में काफी संख्या में लोग उपस्थित हुए और वक्ताओं से चर्चा कर अपनी जिज्ञासाओं को षांत किया।
संयोजक
दीपक षर्मा

error: Content is protected !!