जयपुर, 24 फरवरी। जलदाय विभाग द्वारा पेयजल की चोरी एवं दुरुपयोग को रोकने तथा अवैध रूप से ट्यूबवैल द्वारा अधिक दर से पानी को बेचने की शिकायत पर ठोस कार्यवाही की जा रही है। आमजन की शिकायत के आधार जलदाय मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने स्वयं प्रताप नगर में वार्ड नंबर 37 में श्रीराम कॉलोनी में जिला कलेक्टर, डीसीपी और विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ मौके का मुआयना कर अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए।
इस दौरान तिरुपति एक्वा इंडस्ट्री के परिसर को विभाग द्वारा सीज कर दिया गया एवं पानी चोरी बाबत एफआईआर दर्ज करवाई गई। इस क्षेत्र में भूजल अधिकारियों ने कंेद्रीय भूजल अधिनियम के प्रावधानों के अंतर्गत छह ट्यूबवैलों को अधिग्रहित कर जलदाय विभाग के अधिकारियों को सौंपा ताकि स्थानीय निवासियों को सुलभ दर पर पेयजल उपलब्ध कराया जा सके।
इस कार्य को विफल करने के लिए अवैध ट्यूबवैल के संचालकों द्वारा ट्यूबवेलों में पत्थर डालकर उसे बंद कर दिया गया। साथ ही स्थानीय टैंकर सप्लायर्स को डरा-धमकाकर टैंकर सप्लाई को भी बाधित किया गया। इसके चलते स्थानीय निवासियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। इस प्रकरण के तथ्यों को छुपाकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी गुमराह करने की कोशिश की जा रही है।
मौके पर ऐसे समाजकंटकों के विरूद्ध प्रशासन, पुलिस और जलदाय विभाग के अधिकारियों के द्वारा तुरंत कार्यवाही की है। साथ ही स्थानीय लाभार्थियों को पेयजल सुलभ कराने की वैकल्पिक व्यवस्था शुरू कर दी गई है।
जलदाय मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने कहा कि हमने लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है, लेकिन कुछ लोगों द्वारा गलतफहमी पैदा कर इस मुद्दे को विषय से भटकाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह कटिबद्ध है।
