सांसद मिले केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा से
प्रताप सर्किट के लिए माँगे 10 करोड़ रूपये
राजसमन्द। सांसद और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामन्त्री हरिओम सिंह राठौड़ ने केंद्रीय सांस्कृतिक पर्यटन एंव नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री महेश शर्मा से मुलाक़ात कर प्रस्तावित महाराणा प्रताप सर्किट के अंतर्गत प्रताप से सम्बद्ध ऐतिहासिक स्थलों के विकास के लिए 10 करोड़ रूपये स्वीकृत करने की माँग रखी। संसदीय क्षेत्र मीडिया संयोजक मधुप्रकाश लड्ढा ने बताया कि सांसद राठौड़ ने मंगलवार 15 मार्च को प्रातः बजट सत्र के दौरान केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा से मुलाक़ात कर पिछले दिनों किये गए हल्दीघाटी क्षेत्र के अवलोकन के समय प्रस्तावित महाराणा प्रताप सर्किट योजना के सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा की। सांसद राठौड़ ने कहा कि राजसमन्द जिला राजस्थान राज्य के उस मेवाड़ क्षेत्र का एक प्रतिनिधि भाग हे जो महाराणा प्रताप के शौर्यपूर्ण इतिहास के अनेक चिन्हित व अचिंहित ऐतिहासिक स्थलों के कारण पर्यटकों और शोधकर्त्ताओं के लिए पर्याप्त आकर्षण का केंद्र रहा हे और यदि प्रताप के जीवन व उनके संघर्षमय इतिहास से जुड़े स्थलों का एक सर्किट विकसित हो जाएगा तो निःसंदेह उस समृद्ध अतीत से न केवल आने वाली युवा पीढ़ियों के साथ सम्पूर्ण राष्ट्र परिचित हो पायेगा बल्कि विश्व पर्यटन के क्षेत्र के प्रसार की कल्पना को भी साक्षात मूर्त रूप दिया जा सकेगा तथा अकल्पनीय रूप से युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान होंगे।
सांसद राठौड़ ने केंद्रीय सांस्कृतिक पर्यटन राज्य मंत्री महेश शर्मा को हल्दीघाटी और प्रस्तावित प्रताप सर्किट की रुपरेखा के तथ्यात्मक दस्तावेजों से भी अवगत कराया और प्रारम्भिक विकास हेतु 10 करोड़ रूपये की राशि की आवश्यकता बताते हुए कहा कि हल्दीघाटी युद्ध क्षेत्र को विकसित,संवर्धित एँव सुरक्षित करने हेतु प्राथमिक स्तर पर इस राशि की सख्त आवश्यकता हे। चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री शर्मा ने सांसद राठौड़ को जल्दी ही प्रस्तावित प्रताप सर्किट की योजना के साथ साथ आवश्यक धन राशि को भी स्वीकृत किये जाने के लिए आश्वस्त किया हे।
ज्ञात रहे की कुछ माह पूर्व ही केंद्रीय राज्य मंत्री महेश शर्मा ने सांसद हरिओम सिंह राठौड़ के साथ हल्दीघाटी क्षेत्र का एक दिन का अवलोकन किया था इसी दौरान सांसद राठौड़ ने केंद्र सरकार की राम व कृष्ण सर्किट योजना की तरह ही महाराणा प्रताप के संघर्षमय जीवन से सम्बंधित प्रताप सर्किट के विकास की भी माँग की थी।