जयपुर, राजधानी से सटे हुए गांव कालवाड़ में पानी का जलस्तर काफी गिरता जा रहा है उसकी वजह जल संरक्षण के संसाधनों की रखरखाव का अभाव है कालवाड गांव में एक बांध {bagado } बागडी की ढाणी के पास है तथा कालवाड़ व Mundota गांव के बीच अनेक तालाब है परंतु उक्त तालाबों में पानी की आवक को रोक दिया गया है क्योंकि राज्य सरकार के द्वारा सड़कों का निर्माण गलत ढंग से किया गया है तालाबों में पानी जाने का रास्ता सड़क निर्माण के वजह से रोक दिया गया है जबकि सड़क के नीचे पाइपलाइन दबाए जानी चाहिए ताकि तालाबों में पानी की आवक नहीं रूके इसी प्रकार बांध के रख-रखाव के रख-रखाव के भाव में बाद में पानी नहीं भरता है बांध की दीवार को कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा तोड़कर पानी का निकास कर दिया गया है परंतु राज्य सरकार के द्वारा इस बांध का कोई रखरखाव नहीं किया जा रहा यदि इस बांध का रखरखाव किया जाए तो कालवाड़ गांव के आसपास के गांव में जलस्तर बढ़ सकता है सरकार के द्वारा अनेक जल संरक्षण के उपाय किए जा रहे हैं परंतु कालवाड़ गांव की तरफ प्रशासन का ध्यान नहीं है यहां यह उल्लेखनीय है कि कालवाड बांध का निर्माण तात्कालिक जागीरदार द्वारा संवत 1856 के अकाल में अकाल राहत के तहत किया गया था जब यह बांध भर जाए तो यह है बांध आसपास के इलाकों का पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो सकता है यह बांध कालवाड़ थाने से 1 किलोमीटर उत्तर की तरफ है ग्रामीण लोगों के द्वारा अनेक शिकायत भेजने के बावजूद भी उपबंध का रखरखाव नहीं किया जा रहा है इसे ग्रामीण लोगों में काफी आक्रोश है यहां यह उल्लेखनीय है कि बांध के भराव क्षेत्र में अनेक प्रभावशाली लोगों को जमीन अलॉट कर दी गई है इस वजह से इस बांध का रखरखाव नहीं किया जा रहा है