स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए सरकार है पूरी तरह संवेदनशील

-दूषित पानी की शिकायत पर जलदाय मंत्री ने ली नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग की आपात बैठक।
– आमजन को स्वच्छ पेयजल उपल्बध कराने के लिए त्वरित कार्य दल बनाने के दिए निर्देश।

IMG_20160507_142534जयपुर, 07 मई। जलदाय मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने कहा कि सरकार शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए दृढ़ संकल्पित और संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि आमजन को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। इसमें कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
श्रीमती माहेश्वरी ने जयपुर शहर के शिवशंकर नगर और गणेश विहार कॉलोनी में दूषित पानी की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तुरंत जयपुर नगर निगम के महापौर, स्वास्थ्य और जलदाय विभाग के आला अधिकारियों के साथ बैठक की और पीडि़तों को तुरंत राहत पहुंचाने के निर्देश दिए।
दूषित पानी पीने से बीमार हुए बच्चों की शिकायत मिलते ही जलदाय मंत्री ने तुरंत जयपुरिया हॉस्पिटल जाकर उनकी कुशलक्षेम पूछी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पाइप लाइन के पास जेडीए के सड़क निर्माण का भी काम चल रहा था, हो सकता है पाइप लाइन टूटने से नाले का दूषित पानी सप्लाई में आ गया हो। वास्तविकता क्या है पानी के सैंपल की रिपोर्ट आने पर ही पता चल पाएगा। उन्होंने क्षेत्र में पानी सैंपल लेकर तुरंत जांच करवाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गलती किसी भी स्तर पर हुई हो लेकिन सरकार का हर हाल में जनता को राहत पहुंचाना है। उसमें कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी।
उन्होंने कहा कि शहर में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग और जलदाय विभाग के अधिकारियों को मिलाकर एक त्वरित कार्य दल (क्विक रेन्पॉन्स टीम) का गठन किया जाएगा। यह दल शहर के सभी आठ जोन पर काम करेगा। इसमें नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग और जलदाय विभाग के अधिकारी प्रत्येक जोन पर पेयजल के बैक्टोरियल और क्लोरिनेशन सैंपल लेंगे और उनकी जांच करवाई जाएगी। यदि किसी भी सैंपल में कोई शिकायत मिलती है तो उस क्षेत्र की जलापूर्ति तुरंत रोककर वहां टैंकरों के जरिए पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा।
जलदाय मंत्री ने कहा कि प्रतिदिन शहर में 20 से 22 सैंपल बैक्टोरियल और 500 से 600 क्लोरिनेशन सैंपल कनिष्ठ अभियंताओं द्वारा लिए जा रहे हैं। उन्होंने गर्मियों में और अधिक सैंपल लेने और सैंपल ले रही गाडि़यों की संख्या को भी 2 से बढ़ाकर 4 करने के भी निर्देश दिए।
जलदाय मंत्री ने बैठक में नगर निगम के अधिकारियों को सार्वजनिक जगहों, कच्ची बस्तियों और अधिक घनत्व वाले क्षेत्रों में टंकियों की तुरंत और नियमित सफाई करने और इन क्षेत्रों में विशेष ध्यान देने के भी निर्देश दिए। उन्होंने शहर में ब्लॉक हुई सीवरेज लाइनों को भी साफ करने के निर्देश दिए। बैठक में यह भी तय किया गया कि शहर की सीवरेज के मेन होल्स में से पेयजल लाइनों को भी तुरंत हटाए जाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। श्रीमती माहेश्वरी ने नालांे और सीवरेज लाइन से जुड़ी पाइप लाइनों को भी हटाने के निर्देश दिए।
जलदाय मंत्री ने कहा कि प्रदेश में कहीं भी दूषित पानी की शिकायत हो तो तुरंत कॉल सेंटर पर सूचित करें। हमारे टोल फ्री नंबर 1800-180-6088 और कॉल सेंटर नंबर 0141 2561423 पर फोन करके सूचना दे सकते हैं। हमारे अधिकारी समस्याओं का तुरंत समाधान करने की कोशिश करेंगे।
उन्होंने कहा कि दूषित जल की किसी भी समस्या को हल्के में नहीं लिया जाएगा, यदि कोई विभागीय लापरवाही पाई गई तो अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
बैठक में जलदाय विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री जेसी महान्ति, सचिव श्री सुबीर कुमार, नगर निगम के उपायुक्त श्री राकेश शर्मा, मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी श्री आर. के. गर्ग, डिप्टी सीएमएचओ श्री प्रवीण असवाल, जलदाय विभाग के मुख्य अभियंता, अतिरिक्त मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता समेत तीनों विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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