समाधान नहीं तो फिर जनता का भगवान मालिक…
शिविर की शुरूआत चौपाल से की जाए, सभी अधिकारी रहे मौजूद
अजमेर के संभागीय आयुक्त हनुमान सहाय मीणा ने बुधवार को बिलिया पंचायत मुख्यालय पर आयोजित न्याय आपके द्वार शिविर का निरीक्षण किया। निरीक्षण व सुनवाई के दौरान गांव वालों की समस्याओं तथा महानरेगा योजना में समय पर भुगतान समय पर न मिलने की शिकायत पर उन्होंने पंचायत सचिव सोनू रेगर को मौके पर ही सस्पेंड कर दिया। मौके पर मौजूद कार्यवाहक विकास अधिकारी सत्यनारायण गुजराती को भी फटकार लगाते हुए कहा कि गांव वालों को बेवकूफ बना सकते हो मुझे नहीं, ऐसा आगे नहीं चलने दिया जायेगा।
संभागीय आयुक्त मीणा के सांय ६ बजे बिलिया पहुंचने पर गांव वालों ने ढोल नगाड़ों के साथ फूल माला पहना कर उनका स्वागत किया। उन्होंने शिविर में निस्तारित किये गये प्रकरणों की जानकारी लेकर ग्रामीणों को सरकार द्वारा चलायी जा रही फ्लेगशीप योजनाओं की जानकारी देकर उनका अधिकाधिक लाभ उठाने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि अधिकारी इस प्रकार से जनता के मध्य रह कर काम करें कि सरकार व उनका जनता मे इकबाल कायम रहे। गांवों में सरकार का चेहरा अधिकारी ही होते है, अगर वो ही काम नहीं करेंगेें, ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान नहीं होगा तो उनका तो भगवान ही मालिक है।
उपख्ंाड अधिकारी महावीर प्रसाद नायक व तहसीलदार अजीतसिंह राठोड़ से जानकारी प्राप्त करने के बाद शाहपुरा क्षेत्र में अब तक आयोजित १६ शिविरों की प्रगति पर संतोष जताते हुए संभागीय आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रत्येक शिविर से पूर्व अग्रिम दल गांव गांव में घुम कर जमाबंदी का वाचन कर उसे अपडेट करावें तथा पंचायत क्षेत्र की समस्याओं को भी चिन्हित करे ताकि शिविर के दिन उसका समाधान कराया जाए।
संभागीय आयुक्त के समक्ष ग्रामीणों ने नरेगा योजना में समय पर भुगतान नहीं मिलने, पीने के पानी की समस्या होने, पेंशन न मिलने सहित अन्य समस्याओं के रखने पर संभागीय आयुक्त ने विकास अधिकारी को तुंरत इनकी जांच कर निराकरण करने के निर्देश दिये। पीएचईडी के एईएन को मांग के अनुरूप टेंकर स्वीकृत करने के निर्देश दिये जिस पर एक टेंकर हाथों हाथ स्वीकृत किया गया। संभागीय आयुक्त के समक्ष ग्रामीणों ने गांव की समस्याओं को रखा और विभागीय अधिकारियों पर अनदेखी का आरोप लगाया। जिस पर संभागीय आयुक्त ने संबधित अधिकारियों को कडी फटकार लगाते हुए ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
संभागीय आयुक्त ने ग्रामीणों से सार्वजनिक रास्तों, चरागाह भूमि व शमशान भूमि से अतिक्रमण अपने स्तर पर ही हटाने का आव्हान करते हुए कहा कि ऐसा न होने पर सरकार अपने स्तर पर सख्त कार्रवाई अमल में लायेगी।
शिविर के दौरान ग्राम सेवा सहकारी समिति के अध्यक्ष व वरिष्ठ भाजपा नेता कैलाश काबरा, पूर्व सरपंच रामजस गुर्जर, पूर्व सरपंच अशोक भारद्वाज, वर्तमान सरंपच ब्रह्मकुमार भील सहित अन्य ग्रामीण मौजूद थे।
रात्रि चौपाल की तरह प्रभात चौपाल का नवाचार हो
संभागीय आयुक्त ने एसडीओ व तहसीलदार को निर्देश दिये कि अब से प्रत्येक शिविर के शुरूआत में प्रात: ९ बजे से १० बे तक प्रभात चौपाल का आयोजन कर ग्रामीणों को कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देकर उनका फीडबेक लेवें। इससे ग्रामीणों की कई समस्याओं का समाधान पंचायत स्तर पर आसानी से हो सकेगा।
न्याय पंचायत की तरह है शिविर
संभागीय आयुक्त ने जोर देकर कहा कि न्याय आपके द्वार न्याय पंचायत की तरह से ही है। राजस्व विभाग के अधिकारी यहां बैठते है तो पंचायत के मौतबीर लोगों व जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में गांवों से छोटे छोटे प्रकरणों का निस्तारण आपसी सहमति से करा दिया जाना चाहिए।
वाद रहित नहीं तो समस्या मुक्त तो बनाओ
संभागीय आयुक्त ने कहा कि न्याय आपके द्वार अभियान चलाने के पीछे सरकार की मंशा यह है कि एसडीएम कोर्ट में चलने वाले राजस्व प्रकरणों का निस्तारण आपसी सहमति से यहां हो सके। उन्होंने जोर देकर अधिकारियों से कहा कि वाद रहित पंचायत नहीं तो कम से कम समस्या मुक्त पंचायत तो बनाया ही जा सकता है।
जमाबंदी का वाचन प्रत्येक गांव में हो
संभागीय आयुक्त ने शिविर में एसडीओ व तहसीलदार को निर्देश दिये कि न्याय आपके शिविर के दौरान जमाबंदी का वाचन प्रत्येक राजस्व गांव में अलग अलग किया जाए तथा उसको अपडेट भी किया जाये। इस दौरान अग्रिम दल के सदस्य गांव की समस्याओं को भी चिन्हित करे तथा शिविर में उनका निराकरण करने का प्रयास किया जाए।
टेंकर डालने का हो भौतिक सत्यापन
संभागीय आयुक्त ने पीने के पानी की टेंकर डालने की व्यवस्था पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए। पूर्व सरपंच रामजस गुर्जर ने कहा कि टेंकर व्यवस्था सही नहीं है। इस पर संभागीय आयुक्त ने कहा कि टेंकर जहां डाला जा रहा है वहां पांच जनों की कमेटी से उसका सत्यापन कराया जाए। यह सत्यापन प्रत्येक ट्रिप पर अलग अलग लोगों से कराया जाए बाद में अधिकारी उनका रेंडम सर्वे भी करें। इस पर तहसीलदार ने कहा कि टेंकर सही तरीके से न डालने वाले ठेकेदार को भुगतान नहीं किया जायेगा।
पशुओं की पानी की व्यवस्था पंचायत करें
संभागीय आयुक्त ने कहा कि गावों में पशुओं के पीने के लिए पानी की व्यवस्था गर्मी के दिनों में पंचायत अपने टीएफसी व एफएफसी फंड से करें। टोंक जिले में ऐसा किया जा रहा है, उन्होंने एसडीओ को कलेक्टर के मार्फत टौंक मॉडल को यहां अपनाने के निर्देश दिये।
बिलिया शिविर में ये हुए काम
शिविर में नामान्तरण के 45, आपसी सहमति बंटवारा के 2, सीमाज्ञान के 3 सहित अन्य 2 प्रकरणों का निस्तारण किया गया। तहसीलदार राठौड़ ने बताया कि अब तक शाहपुरा में १६ शिविरों में १४९८ प्रकरणों का निस्तारण राजस्व विभाग द्वारा तथा एसडीओ कार्यालय द्वारा २३० प्रकरणों का निस्तारण किया जा चुका है।
मूलचंद पेसवानी