अच्छे परिणाम और बढते नामाकंन के लिये शिक्षको को सराहा, विद्यालयो में दर्पण और स्टाॅफ की सूचना मय फोटो लगाने के लिये दिये निर्देश
उन्होने संस्था प्रधानो से मुखातिब होते हुये कहा कि संस्था प्रधान न केवल संस्था की रीढ है बल्कि शिक्षा के उन्नयन के लिये माननीय मुख्यमंत्री द्वारा देखे गये स्वप्न को साकार करने वाली महत्वपूर्ण कडी भी है।
शिक्षामंत्री प्रो0 देवनानी ने आदर्श विद्यालय एवं उत्कृष्ट विद्यालयो को एक दूसरे का पूरक बताते हुये कहा कि उन दोनो संस्था प्रधानों के बीच संवाद और समन्वय होना आवश्यक है। उन्होने कहा कि राज्य सरकार द्वारा चलाये गये नामांकन अभियान मे जिस प्रकार समाज का सकारात्मक समर्थन मिल रहा है वह इस बात को इंगित करता है कि पिछले दो सालो मे माननीय मुख्यमंत्री के नेतृत्व मे शिक्षा मे हुये गुणात्मक परिवर्तन एवं शिक्षको की सकारात्मक भूमिका के कारण समाज के सामान्य जन की राजकीय विद्यालयो के प्रति सोच बदली है।
उन्होने कहा कि हमारे नामांकन अभियान जिसमे निजी विद्यालय छोड कर राजकीय विद्यालयो की ओर विद्यार्थी आ रहे है, इसे लेकर केन्द्र ने भी प्रशंसा की है।
प्रो0 देवनानी ने आदर्श विद्यालयो के अनुरूप ही उत्कृष्ट विद्यालयो को शिक्षको एवं संसाधनो के मामले मे विशिष्ट स्थान बनाने के लिये संस्था प्रधानो से राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओ के साथ स्थानीय भामाशाहो से सम्पर्क करने को कहा। उन्होने कहा कि प्रारम्भिक शिक्षा मे इस सत्र से प्रारम्भ किये गये उत्कृष्ट विद्यालय राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजना है। उन्होने कहा कि नामांकन के दूसरे चरण मे सभी संस्था प्रधान इस प्रकार योजना बनाये कि उनके क्षेत्र का कोई भी घर नामांकन अभियान के लिये दस्तक देने से वंचित नहीं रहे। उन्होने कहा कि शिक्षा हर बालक का अधिकार है और हम शिक्षा विभाग से जुडे हुये शिक्षित व्यक्ति है इसलिये हमारी जिम्मेदारी है की हम उसे विद्यादान के अभियान से हम जोडे।
इसी प्रकार उन्होने कहा कि संस्था प्रधान विद्यालय मे परिणाम आधारित माॅनिटरिंग रखे उनकी ये जिम्मेदारी है कि शिक्षको – अभिभावको मे समनवय स्थापित हो ताकि विद्यालय मे शैक्षणिक माहोल बने। उन्होने तालाबन्दी की घटनाये न हो इसके लिये भी संस्था प्रधानो को निर्देश दिये।
शिक्षा राज्यमंत्री ने संस्था प्रधानो को शाला दर्पण एवं शाला दर्शन वेब पोर्टल पर संस्थापन की समस्त सूचनाऐ सही एवं समय पर उपलब्ध करवाये जाने के लिये निर्देशित किया। उन्होने कहा कि संस्था प्रधान डाईस डाटा भरते समय भी सावचेत रहे, सटीक जानकारी विद्यालय के भौतिक संसाधनो मे वृद्धि करती है। इस मामले मे किसी भी प्रकार की कोताई न की जाये। विद्यालयो मे उपलब्ध भूमि पर मनरेगा के माध्यम से खेल मैदान, फेसिग के कार्य प्राथमिकता से कराये, और मानसून मे विद्यालयो मे वृक्षा रोपण करने के निर्देश भी दिये। इस अवसर पर नरेष पाल गंगवार षिक्षा सचिव, रमसा निदेषक पूनम एवं अतिरिक्त निदेषक रमसा जस्साराम चैधरी भी उपस्थित रहे।