Exif_JPEG_420जिले के अटरू तहसील क्षेत्र के कई गांवों में रोग के कारण उड़द की संपूण फसल नश्ट हो गई है। जिससे किसानों को एक बार फिर नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसको लेकर मंगलवार को किसान कांग्रेस के पदाधिकारियों ने जिलाध्यक्ष रमेष मीणा की अगुवाई में नश्ट हुई फसलों का जायजा लिया और राज्य सरकार से सर्वे करवाकर पीड़ित किसानों को मुआवजा दिलाने की मांग की है। जिलाध्यक्ष रमेष मीणा ने बताया कि अटरू तहसील के बैरपुर, रामनिवास डाबरिया व मूंडला आदि गांवों में उड़द की संपूर्ण फसल रोग से ग्रस्त होकर नश्ट हो गई है। जिससे किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है। बैरपुर के किसान हंसराज मीणा ने जिला पदाधिकारियों को बताया कि उसकी 6 बीघा की उड़द अज्ञात बीमारी से नश्ट हो गई। अब उसके पास इसके अलावा आय का कोई स्त्रोत नहीं है। बारां के समीपवर्ती गोद्यापुरा में भी कई खेतों में उड़द के पौधे का तना सूख गया है। जिससे पौधा मुर्झाकर खत्म हो गया है। जिलाध्यक्ष मीणा ने बताया कि सरकार की ओर से पिछले वर्श हुए खराबे का भी अभी तक मुआवजा नहीं दिया गया है। जिससे कर्ज के बोझ तले दबे कई किसानों ने आत्महत्या तक कर ली। किसान कांग्रेस ने मुआवजे की मांग को लेकर सरकार को कई बार ज्ञापन भेजे हैं। लेकिन सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंगी। जिलाध्यक्ष मीणा ने चेतावनी दी है कि समय रहते किसानों को मुआवजा नहीं मिला तो आंदोलन किया जाएगा। जायजा लेने वालों में जिला महासचिव रामदयाल बैरपुर, जिला प्रवक्ता जोधराज नागर, महासचिव नरेष बागड़ी, लीलाधर मालव मूंडला, हंसराज नागर, षिवराज मीणा आदि षामिल थे।