ज्ञातव्य है कि देशभर में 17 राज्यों और 49 अभ्यारणों में बाघ पाये जाते हैं। पर्यावरण मंत्री ने भी टाइगर डे मनाते हुए एक कार्यक्रम में कहा कि बाघों के संरक्षण और देखभाल के चलते भारत में बाघों की संख्या वर्ष 2022 तक दोगुनी हो जाएगी। एक स्वस्थ बाघ स्वस्थ पर्यावरण का प्रतीक है। भारत सेंट पीटसबर्ग के लक्ष्य जिसे टी X 2 के रूप में जाना जाता है, को प्राप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
टाइगर रेंज :–
प्रोजेक्ट टाइगर के तहत किये जा रहे बाघ संरक्षण के प्रयासो के कारण विश्व की 13 टाइगर रेंज देशों में भारत और इसके आस-पास क्षेत्रों में बाघों की अधिकतम संख्या है। टाइगर रेंज देशों में वन्य बाघों की स्थिति विलुप्त प्राय बनी हुई है। हालांकि कुछ टीआरसी देशों जैसे भारत, नेपाल, भूटान और रूस में कुछ स्थिति में सुधार हुआ है लेकिन वैश्विक परिद्श्य गंभीर चिंता का विषय हैं। कुछ टीआरसी देशों में स्थानीय स्तर पर बाघ विलुप्त हो चुके है।
