डा0 शर्मा ने संगीत जगत में चार पीढीयों को संस्कारित किया
बीकानेर 4 सितम्बर । सखा संगम द्वारा षिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर वरिष्ठ संगीतज्ञ डा0 मुरारी शर्मा का सम्मान किया गया । जोषीवाडा में आयोजित सम्मान कार्यक्रम में डा0 मुरारी शर्मा को माल्यापर्ण, शॉल ओढाकर संगीत जगत में उनकी चार दषकीय शैक्षिक सेवाओं पर चर्चा गयी ।
कार्यक्रम में कवि कथाकार राजेन्द्र जोषी ने स्वागत करते हुए कहा कि डा0 मुरारी शर्मा संगीत जगत में तपस्वी और मौन साधक है जिन्होने संगीत को मनोरंजन के बजाय साधना का मार्ग चुना है । मुख्य अतिथि व्यंग्यकार बुलाकी शर्मा ने कहा कि डा0 मुरारी शर्मा संगीत जगत में संत की भांति निस्वार्थ साधक है । कार्यक्रम के अध्यक्ष षिक्षाविद खुषाल चंद रंगा ने कहा कि डा0 शर्मा ने संगीत जगत में चार पीढीयों को संस्कारित किया है । कार्यक्रम के विषिष्ट अतिथि मुंबई के फिल्मकार मंजूर अली चंदवानी ने कहा कि डा0 शर्मा के योगदान पर वृत्तचित्र बनाने की आवष्यकता है । समाजसेवी खूमराज पंवार ने कहा कि डा0 शर्मा के संगीत षिक्षण में दीर्घ अनुभवों का लाभ उठाया जाना चाहिये । षिक्षाविद भगवानदास पडिहार ने कहा कि डा0 शर्मा ने मनोवैज्ञानिक ढंग से संगीत षिक्षा को जन जन तक पहुंचाया है। संस्कृतिकर्मी एन0 डी0 रंगा ने कहा कि डा0 शर्मा ने अपने संगीत षिक्षण में बीकानेर की गौरवमयी परम्परा को अक्षुण्ण बनाये रखा है ।
कार्यक्रम संयोजक अषफाक कादरी ने डा0 शर्मा की चार दषकीय संगीत साधना पर प्रकाष डाला । कवि कथाकार राजाराम स्वर्णकार ने कहा कि डा0 शर्मा ने बीकानेर में संगीत का बहुआयामी अनुष्ठान किया है । चिंतक ब्रजरतन जोषी ने कहा कि डा0 शर्मा की दीर्घ संगीत सेवाओं को आम अवाम तक पहुंचाना चाहिये । सखा संगम के अध्यक्ष चन्द्र शेखर जोषी ने धन्यवाद ज्ञापित किया ।
(चन्द्रषेखर जोषी)
अध्यक्ष, सखा संगम, जोषीवाडा, बीकानेर
मोबाईल नं0 9414956837
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