मलेरिया-डेंगू को लेकर 20-25 दिन और विशेष एहतियात की आवशयकता

जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित
********************************
bikaner samacharमच्छरों के लिए प्रजनन अनुकूल मौसम होने के कारण कम से कम 20-25 दिन और विशेष एहतियात की आवश्यकता है ताकि मलेरिया-डेंगू के प्रकोप से जिले को बचाया जा सके। बुधवार सांय स्वास्थ्य भवन में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की मासिक बैठक में सघन एंटी लार्वा गतिविधियाँ जारी रखने के निर्देश देते हुए जयपुर से आए संयुक्त निदेशक डॉ. आदित्य आत्रेय ने जिले में इस वर्ष डेंगू-मलेरिया का प्रकोप बहुत कम रहने के पीछे चल रहे मिशन अगेंस्ट मलेरिया की सराहना की। उन्होंने आदर्श पीएचसी में प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए कुछ मामूली कमियों को जिला स्तर पर ही निपटाने के निर्देश दिए।
इससे पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवेन्द्र चैधरी द्वारा एजेंडावार प्रमुख स्वास्थ्य योजनाओं व सेवाओं की समीक्षा कर आवश्यक सुधार के निर्देश दिए गए। उन्होंने अगले माह तक शेष आशा चयन को पूरा करने और 8वीं पास से कम योग्यता की किसी आशा का चयन यदि हो गया है तो उसे रद्द कर पहले निदेशालय से अनुमति के लिए पत्राचार के निर्देश सभी बीसीएमओ को दिए।

कुशल मंगल मातृत्व की कवायद
प्रतिमाह 9 तारीख को आयोजित होने वाले प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस व तीसरे शुक्रवार को सीएचसी पर आयोजित होने वाले सुरक्षित मातृत्व दिवस पर स्त्री रोग विशेषज्ञ निजी क्षेत्र से बुलाने और गुणवत्तापूर्ण सेवाएं देने की अपील सीएमएचओ द्वारा की गई ताकि इन दिवसों के आयोजन का बड़ा फायदा मिल सके। उन्होंने प्रत्येक माह के चैथे गुरूवार को 8-9 माह की गर्भवतियों की जांच के लिए आयोजित प्रसूति नियोजन दिवस पर जांच करवा चुकी महिलाओं के प्रसव परिणाम की रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए।

टीकाकरण में हो सुधार
यूनिसेफ के संभागीय समन्वयक ललित रंगा द्वारा जिले में नियमित टीकाकरण में कम उपलब्धि व शून्य उपलब्धि के संस्थानों की रिपोर्ट व अन्य कमियों से सदन को अवगत करवाया गया जिसे सीएमएचओ द्वारा बहुत गंभीरता से लिया गया और संस्थानवार स्पष्टीकरण की मांग की गई। उन्होंने आगाह किया कि यदि बालिकाओं का पूर्ण टीकाकरण नहीं हुआ तो राजश्री योजना की द्वितीय किश्त का भुगतान नहीं हो सकेगा और उसके लिए सम्बंधित संस्था प्रभारी को ही समस्या होगी।

अन्य महत्वपूर्ण निर्देश
ऽ एएनसी पंजीकरण के साथ गर्भवती को बैंक खाता खुलवाने के लिए प्रेरित किया जाए और उसके भामाशाह कार्ड, आधार कार्ड की सूचना भी ऑनलाइन दर्ज की जाए।
ऽ ओजस द्वारा जिन प्रसूताओं का भुगतान रिजेक्ट हो जाए उन्हें चेक जारी किया जाए और सूचना ऑनलाइन की जाए।
ऽ आरबीएसके के अंतर्गत एनीमिया से पीड़ितों की पहचान की जाए और कुपोषितों को कुपोषण उपचार केंद्र में भर्ती करवाया जाए।
ऽ बीसीएमओ श्रीडूंगरगढ़ द्वारा स्वयं जाकर बिग्गा में 104 एम्बुलेंस के संचालन में ग्रामीणों की आपतियों को समझाइश कर दूर किया जाए और सेवा सुचारू किया जाए।
ऽ मातृ मृत्यु सूचना पर 200 रूपए के रिचार्ज की योजना का विद्यालयों में प्रचार किया जाए ।
ऽ स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र लोगों तक पहुंचाना सुनिश्चित किया जाए। चिकित्सक संवेदनशीलता से कार्य करते हुए रोगियों को राहत प्रदान करें।
ऽ एमएसएनए के तहत हो रहे निरीक्षणों की रिपोर्ट जिला स्तर पर भेजकर आवश्यक सुधारात्मक प्रयास किए जाएं

बैठक में उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (स्वास्थ्य) डॉ. इंदिरा प्रभाकर, उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ( प.क.) डॉ. राधेश्याम वर्मा, आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता, डीटीओ डॉ. सी. एस. मोदी, डीपीएम सुशील कुमार, डैम राजेश सिंगोदिया, डीएनओ मनीष गोस्वामी, जिला पीसीपीएनडीटी समन्वयक महेंद्र सिंह चारण व जिला आई.ई.सी. समन्वयक मालकोश आचार्य सहित सभी बीसीएमओ, बीपीएम व चिकित्साधिकारी मौजूद रहे।

— मोहन थानवी

error: Content is protected !!