जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित
जिला कलक्टर वेदप्रकाश ने कहा कि बेटी की माँ बनी सौभाग्यशाली प्रसूता को मुख्यमंत्री राजश्री योजना के तहत देय राशि का जिला अस्पताल व सीएचसी पर ऑनलाइन ओजस सॉफ्टवेयर के माध्यम से तथा अन्य संस्थानों पर चेक द्वारा भुगतान हाथोंहाथ दिए जाएं।
जिला कलक्टर सोमवार को स्वास्थ्य भवन में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि कुल बालिका जन्म और राजश्री भुगतान में किसी प्रकार का अंतर ना रहे जहां योजना के शुरूआती चरण में माताएं वंचित रह गई हैं उन्हें अतिशीघ्र चेक का के माध्यम से 2,500 रूपए की प्रथम किस्त का भुगतान किया जाए। योजना के तहत पीबीएम अस्पताल में लम्बित भुगतान प्रकरणों के सम्बन्ध में मंगलवार तक तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। डिप्थीरिया, मलेरिया, डेंगू, जैसी बीमारियों की प्रभावी रोकथाम के लिए पूर्ण सजगता से कार्य करते हुए, रोगियों का समय पर उपचार सुनिश्चित किया जाए। जिला कलक्टर ने कक्कू, छतरगढ़, बिग्गा, रानेर दामोलाई, गडियाला, जामसर, बादनूं स्थित आदर्श पीएचसी की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि स्वास्थ्य केन्द्रों पर चिकित्सक कक्ष, लेबररूम, वार्ड, स्टोर, शौचालय आदि की स्वच्छता पर विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि आदर्श पीएचसी पर इन्टरनेट सेवाएं दुरूस्त रखना सुनिश्चित किया जाए। जहां इन सेवाओं में दिक्कत आ रही हो, उस संबंध में बीएसएनएल महाप्रबन्धक को तत्काल सूचित किया जाए।
शिविरों में करें लाभान्वित
जिला कलक्टर ने सीएमएचओ को निर्देश दिए कि प्रत्येक शुक्रवार को चिन्हित ग्राम पंचायतों में आयोजित होने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन कल्याण पंचायत शिविरों में, स्वास्थ्य विभाग द्वारा आमजन को लाभान्वित किया जाए। उन्हें भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना, मुख्यमंत्राी राजश्री योजना, मुख्यमंत्राी बालिका संबल योजना जैसी जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जाए तथा गर्भवती महिलाओं, किशोरियों आदि को शिविर में बुलाकर उनकी जांच, सेनेटरी नेपकिन, दवा वितरण आदि कार्य किये जाएं।
इससे पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवेन्द्र चौधरी द्वारा एजेंडावार प्रमुख स्वास्थ्य योजनाओं व सेवाओं की समीक्षा कर आवश्यक सुधार के निर्देश दिए गए। उन्होंने कायाकल्प कार्यक्रम के तहत सभी पीएचसी व सीएचसी को चरणबद्ध तरीके से सभी बिन्दुओं पर खरा उतरते हुए समग्र रूप से 70 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल करने के निर्देश दिए ताकि अधिकाधिक संस्थानों को अवार्ड दिलाया जा सके। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रधानमन्त्री सुरक्षित मातृत्व अभियान व दिवस की रिपोर्ट उसी दिन शाम तक आवश्यक रूप से भेजी जाए जो कोताही बरतने वालों के खिलाफ कार्यवाही प्रस्तावित की जाए। पूरे संभाग में डिप्थीरिया के केस रिपोर्ट होने के चलते गले सम्बन्धी समस्याओं वाले मरीजों के मामले में विशेष एहतियात बरती जाए। संदिग्ध को इरिथ्रोमाइसिन से उपचारित किया जाए। एमसीएचएन सत्रों का शत प्रतिशत आयोजन करते हुए टीकाकरण कवरेज बढाया जाए।
बैठक में उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (स्वास्थ्य) डॉ. इंदिरा प्रभाकर, उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ( प.क.) डॉ. राधेश्याम वर्मा, आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता, डॉ. ओ.पी. सुथार, डॉ. नवल गुप्ता, एपिडेमियोलोजिस्ट नीलम प्रताप सिंह, डीपीएम सुशील कुमार, डैम राजेश सिंगोदिया, डीएनओ मनीष गोस्वामी व जिला आई.ई.सी. समन्वयक मालकोश आचार्य सहित सभी बीसीएमओ, बीपीएम व चिकित्साधिकारी मौजूद रहे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
बीकानेर